शिवसेना में मचे संग्राम के बीच परिवहन मंत्री अनिल परब से लगातार तीन दिनों तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की। तीसरे दिन ईडी कार्यालय से निकले अनिल परब ने मीडिया के सामने कह दिया कि, वे अब ईडी से राशन कार्ड बनवा लेंगे, जिसे मंत्री का फ्रस्टेशन माना जा रहा है।
अनिल परब को शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे का घनिष्ठ माना जाता है। दापोली स्थित साई रिसॉर्ट के निर्माण में मनी लॉंडरिंग का आरोप है। इस प्रकरण में केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉंडरिंग का प्रकरण भी दर्ज किया है। जिसे लेकर अनिल परब को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था।
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तीन फेरे में ही झुंझला गए परिवहन मंत्री
परिवहन मंत्री अनिल परब तीन दिनों से लगातार पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंच रहे थे। यह पूछताछ प्रतिदिन लगभग 7 घंटे से अधिक ही चली। पहले दिन की पूछताछ के बाद ईडी कार्यालय से निकले अनिल परब ने जिस उत्साह से मीडिया को पूछताछ के विषय में जानकारी दी थी, वह उत्साह तीसरे फेरे में गायब हो गया था। जब मीडिया ने तीसरे दिन हुई पूछताछ के विषय में जानकारी लेनी चाही तो झुंझलाए परिवहन मंत्री अनिल परब ने यही कहा कि, अब ईडी से राशन कार्ड बनवा लेता हूं। इसके दो अर्थ लगाए जा रहे हैं, पहला यह कि, अनिल परब ईडी की पूछताछ से त्रस्त (फ्रस्टेटेड) हो गए हैं क्या? जबकि दूसरा अर्थ है कि, क्या अनिल परब को अपनी गिरफ्तारी का आभास हो गया है?