पंजाब के दिवंगत गायक सिद्धू मूसेवाला के अंतिम गीत एसवाईएल को यू-ट्यूब ने हटा दिया है। इसमें एसवाईएल का अभिप्राय सतलुज यमुना लिंक नहर से है। सतलुज-यमुना लिंक नहर पिछले काफी समय से पंजाब और हरियाणा के बीच विवाद का विषय रहा है। गीत में पंजाब किसान आंदोलन और लाल किला के घटनाक्रम का जिक्र है।
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गीत को सिद्धू मूसेवाला के यू-ट्यूब चैनल से रिलीज किया गया है। वीडियो लिंक पर दिखाई दे रहा है कि सरकार की कानूनी शिकायत के बाद देश के डोमेन से इस सामग्री को हटाया गया है। गीत को भारत के अलावा अन्य देशों में देखा जा सकता है। हालांकि अन्य चैनलों पर यह गीत अभी भी है। गीत के बोल में कहा गया है कि जब तक हमें संप्रभुता की राह नहीं देते हो, तब तक पानी तो छोड़ो एक बूंद नहीं देंगे। इसमें खालिस्तान समर्थकों की रिहाई की मांग की है और साथ ही किसान आंदोलन व लाल किले का मुद्दा उठाया है।
23 जून को गीत किया गया था रिलीज
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी मौत के कुछ दिनों बाद 23 जून को इस गीत को म्यूजिक प्रोड्यूसर एमएक्सआरसीआई ने यू-ट्यूब पर जारी किया था। इसके बोल एवं संगीत दोनों सिद्धू मूसेवाला की ओर दिए गए थे। गीत को 23 करोड़ लोग देख चुके थे और 31 लाख लाइक मिल चुके थे।
सतलुज नदीं की लंबाई 214 किमी
सतलुज-यमुना लिंक नहर की कुल लंबाई 214 किमी है। हरियाणा इससे जुड़ा 92 किमी का काम पूरा कर चुका है। वहीं 122 किमी का पंजाब को अपने हिस्से का काम करना है। विवादों के कारण यह परियोजना लटकी हुई है।