मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उद्धव ठाकरे ने 1 जुलाई को पहली बार शिवसेना भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की और लोगों से मुलाकात की। उन्होंने महाराष्ट्र की नई एकनाथ शिंदे सरकार को लेकर एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा। शिवसेना के कार्याध्यक्ष ने बीजेपी और एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवसेना बिना कोई शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता।
‘वो शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं’
शवसेना के कार्याध्यक्ष ने कहा, “जो लोग भाजपा के साथ गए हैं, वे अपने आप से यह सवाल पूछें कि ढाई साल पहले अपना वादा तोड़ने वालों के साथ मिलकर सरकार बनाकर वे खुद को शिवसेना का मुख्यमंत्री कैसे घोषित कर सकते हैं। उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और भाजपा को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि शिवसेना के बिना कोई शिवसेना का मुख्यमंत्री नहीं बन सकता।
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..तो यह सम्मान के साथ किया जाता
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जोड़-तोड़कर नई सरकार बनाई और इस सरकार को बनाने वालों के मुताबिक उन्होंने तथाकथित शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बना दिया। ढाई साल पहले मैंने यही कहा था। अमित शाह और मेरे बीच चर्चा हुई थी कि शिवसेना-भाजपा मुख्यमंत्री पद को ढाई-ढाई साल साझा करेगी। अगर ऐसा होता तो सम्मान के साथ होता। उस समय जब इस प्रस्ताव को भाजपा ने खारिज कर दिया तो अब उसे फिर से स्वीकार क्यों करना चाह रही है?
..तो एमवीए का जन्म नहीं होता
ठाकरे ने कहा कि शिवसेना-भाजपा आधिकारिक गठबंधन था। उद्धव ठाकरे ने यह भी सवाल किया कि महाविकास आघाड़ी का जन्म क्यों होता, अगर उन्होंने 2019 के लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले जो तय किया था, वह मान लिया होता।