अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे हत्याकांड में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में सच्चाई पर से एक-एक कर पर्दा उठ रहा है। हत्याकांड में गिरफ्तार उमेश कोल्हे के पुराना दोस्त युसूफ खान भी इस मामले में षड्यंत्रकारियों में कथित रूप से शामिल था। उसने केमिस्ट के नुपूर शर्मा के समर्थन में भेजे गए मैसेज को मुसलमानों के अन्य ग्रुप में भेजा था। उसके बाद इरफान शेख ने उनकी हत्या का षड्यंत्र रचा था।
अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है। दावा किया जा रहा है कि उमेश कोल्हे की तरह तीन अन्य लोगों ने भी नुपूर शर्मा के समर्थन वाले पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था, लेकिन उनमें से दो ने वीडियो जारी कर माफी मांग ली थी। इसलिए कट्टरपंथियों के निशाने पर आने से वे बच गए।
वीडियो जारी कर मांगी थी माफी
जिन लोगों को सर कलम की धमकी दी गई थी, उनमें एक डॉक्टर गोपाल राठी भी शामिल हैं। हालांकि उन्होंने माफी मांग ली थी। उन्होंने वीडियो में कहा था, “मैंने नुपूर शर्मा के संबंध में स्टेटस लगाया था। इसके पीछे किसी जाति-धर्म या व्यक्ति के दिल दुखाने का मेरा कोई इरादा नहीं था। इसके बावजूद अगर किसी का दिल दुखा तो मैं उससे अपने दिल से माफी मांगता हूं। इसके साथ ही आगे ऐसी कोई गलती नहीं करने का वादा करता हूं।”
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मास्टरमाइंड सहित सात आरोपी गिरफ्तार
अब तक उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में सात गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। इसमें षड्यंत्र का मास्टरमाइंड इरफान खान के साथ ही कोल्हे का पुराना दोस्त युसूफ खान भी शामिल है। इरफान ने खुलासा किया है कि उसने पहले मौलाना मुदस्सिर अहमद से उमेश की रेकी कराई थी। उसके बाद वेल्डिंग का काम करने वाले इरफान ने मजदूरों को पैसे देकर हत्या को अंजाम दिया। उस पर कथित तौर पर दूसरे धर्म की लड़की को अपने साथ भगाने का भी आरोप है। वो काफी धर्मांध बताया जाता है। कोल्हे की पोस्ट मिलने के बाद उसने उनकी हत्या का पूरा षड्यंत्र रचा।
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महाराष्ट्र पुलिस ने बताया था, लूट का मामला
फिलहाल मामले की जांच एएनआई कर रही है। इससे पहले महाराष्ट्र पुलिस ने इसे लूट का मामला बताकर निपटाने का प्रयास किया। हालांकि हत्या के बाद जब यह पता चला कि कोई भी सामान नहीं चुराया गया तो पुलिस के लिए इसे रफा दफा करना मुश्किल हो गया। इस कारण 12 दिन बाद मामले में कार्रवाई शुरू हुई और सीसीटीवी फूटेज से रेकी से लेकर हत्या तक खुलासा हुआ। उससे ये भी पता चला कि उमेश कोल्हे को खंजर शारूख और आतिब ने घोंपा था।