अमरावती: हिंदू फार्मासिस्ट की हत्या में आयुक्त आरती सिंह ने छुपाया वह सच?

उमेश कोल्हे की 21 जून को निर्ममता से हत्या कर दी गई थी। कोल्हे ने एक सोशल मीडिया ग्रुप में नुपुर शर्मा के समर्थनवाला पोस्ट किया था। इस ग्रुप में कोल्हे के मित्र डॉ.युसुफ खान भी था। उसी ने उमेश की पोस्ट को अन्य लोगों तक साझा की थी। जिसके बाद जिहादी मानसिकता वालों ने सबक सिखाने की योजना बनाई।

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महाराष्ट्र के अमरावती में हिंदू फार्मासिस्ट उमेश कोल्हे की बर्बर हत्या के लिए जिम्मेदार सात जेहादियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस प्रकरण में अब बड़ी सच्चाई सामने आई है। इस प्रकरण में पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने बड़ी सच्चाई का खुलासा किया है। जिसको लेकर उन पर स्थानीय नेताओं की नजरें तन गई है।

अमरावती के डीसीपी और आयुक्त आरती सिंह के बयानों में बड़ा अंतर देखने को मिला था। जब पत्रकारों ने पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) से उमेश कोल्हे की हत्या कारण जानना चाहा तो पुलिस की ओर से कहा गया कि, उमेश कोल्हे ने नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था। इसके साथ तीन लोगों ने पोस्ट किया था। सभी को धमकियां मिल रही थीं। जब इस हत्या के कारणों को लेकर पुलिस आयुक्त आरती सिंह से पूछा गया तो उन्होंने इसका नुपुर शर्मा से संबद्ध होने से इन्कार कर दिया।

सांसद ने की जांच की मांग
एक इलेक्ट्रॉनिक समाचार चैनल से बात करते हुए अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने कहा कि, आयुक्त को सच्चाई छुपाने की क्या अवश्यकता थी। इसकी जांच होने चाहिये। शहर में हनुमान चालिसा पढ़ने और उमेश कोल्हे की हत्या का विरोध करने के लिए पुलिस अनुमति लेनी पड़ती है। अब सरकार बदली है जिसमें अब इस तरह के आदेशों की समीक्षा की मांग की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस आयुक्त ने क्यों सच्चाई को छुपाया, इसकी भी जांच की जानी चाहिये। जानकारी यह भी मिली है कि, सांसद नवनीत राणा ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से पुलिस आयुक्त आरती सिंह को हटाने की मांग की है।

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