अब बिहार में कहीं भी एंबुलेंस की जरूरत हो या फायर ब्रिगेड की, पुलिस से शिकायत करनी हो या कोई मदद चाहिए, अब इसके लिए अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर की जरूरत नहीं होगी। बस एक नंबर डायल-112 से सभी तरह की इमरजेंसी सेवाओं में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5 जुलाई को बिहार में आपातकालीन सेवाओं के लिए एकीकृत नंबर 112 को लांच किया। इमर्जेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम के लिए राजवंशीनगर के पास 24 घंटे काम करने वाला कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस सिस्टम को सुचारू ढ़ंग से चलाने के लिए करीब सात हजार पुलिसकर्मियों को आपातकालीन सेवाएं मुहैया कराने में लगाया गया है। इसमें सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर रैंक तक के पुलिसकर्मी हैं। एसपी रैंक को दो अफसरों को भी लगाया गया है। आईजी वायरलेस इसे मॉनिटर करेंगे। पटना में डायल 112 के तहत कुल 100 और राज्य भर में पहले चरण में कुल 400 गाड़ियां 24 घंटे मूव करेंगी।
एक साल से चल रहा था ट्रायल
उल्लेखनीय है कि इमरजेंसी सेवाओं के लिए एक नंबर करने को लेकर बिहार में लगभग एक साल से काम किया जा रहा था। पटना समेत कुछ जिलों में इसका ट्रायल चल रहा था, जिसके रिजल्ट काफी बेहतर रहे हैं।