केंद्र सरकार के कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर 36 दिनों से आंदोलन कर रहे किसानों ने पंजाब में 1561 से ज्यादा टेलीकॉम टॉवरों को नुकसान पहुंचाया। इस वजह से 1128 से ज्यादा टॉवर पूरी तरह बंद हो गए। इससे मोबाइल नेटवर्क और इटरनेट सेवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इस वजह से जहां लोगों को मोबाइल पर बात करने में परेशानी हो रही है, वहीं इंटरनेट सेवा पर असर पड़ने से भी लोगों के व्यापार के साथ ही ऑनलाइन लेन-देन बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। अब जिन किसानों ने इन टॉवरों को नुकसान पहुंचाया है, उन्हें ही परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दिखावे की कार्रवाई
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोबाइल टॉवरों को नुकसान पहुंचानेवाले लोगो को सख्त चेतावनी दी थी, लेकिन उनकी चेतावनी का कोई असर किसानों पर नहीं पड़ा। कहा तो यह भी जा रहा है कि सीएम ने मोबाइल टॉवरों की तोड़-फोड़ और टेलीकॉम सेवाओं में बाधा पहुंचाने के मामले में सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई की चेतावनी दी थी, उन्होंने उन्हें रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इस वजह से इतने बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की गई और टेलीकॉम सेवा को बाधित किया गया। बता दें कि राज्य के 22 जिलों में कुल 22306 मोबाइल टॉवर हैं।
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शहरों में सेवा शुरू
किसानों ने मोबाइल टॉवरों की बिजली आपूर्ति बाधित करने के आलावा कई हिस्सों में नेटवर्क केबल भी काट दिए। सिर्फ बठिंडा जिले में ही 300 गांवों मं बिजली कनेक्शन काटे गए। जिओ टेलीकॉम के बठिंडा सर्कल के प्रमुख कमल कुमार के मुताबिक शहरों में मरम्मत का काम किया जा रहा है, लेकिन गांवों में अभी ये काम शुरू नहीं किया गया है। इस वजह से वहां सेवा बंद है।
जेनरेटर उठाकर गुरुद्वारे में रख देने का वीडियो वायरल
वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार कई स्थानों पर किसानों ने जेनरेटर उठाकर गुरुद्वारे में रख दिए। जिओ कंपनी के कर्मचारियों को धमकी देने और भागने के वीडियो भी वायरल हुए हैं। जालंधर में जिओ की फाइबर केबल के कुछ बंडलों को भी आग के हवाले कर दिया गया। फिलहाल बताया जा रहा है कि नुकसान पहुंचाए गए टॉवरों में से 433 की मरम्मत हो गई है, जबकि बाकी की भी मरम्मत करने का काम जारी है। इस बीच खानापूर्ति के लिए कुछ किसानो के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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जिओ के 900 टॉवर्स
पंजाब में जिओ के 9,000 टॉवर्स हैं। हालांकि टॉवर एंड प्रोवाइडर्स एसोसिएशन के महानिदेशक तिलक दुआ ने इस बारे में आईजी लॉ एंड ऑर्डर एके पांडे से शिकायत कर टॉवरों की सुरक्षा करने का निवेदन किया था। लेकिन लगता है कि उससे कोई फायदा नहीं हुआ।
रिलांयस ने मोबाइल टॉबर संपत्ति का बड़ा हिस्सा कनाडा की कंपनी को बेच दिया
राज्य में जिओ के 40 मिलियन मोबाइल उपभोक्ता हैं। बता दे कि रिलायंस इंडस्ट्रीड ने सितंबर 2020 में जिओ की मोबाइल टॉबर संपत्ति का बड़ा हिस्सा कनाडा के ब्रुकफील्ड इंफ्रास्ट्रक्चर पार्टनर्स एलपी को बेच दिया था। लेकिन किसानों ने इसे मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का समझकर भारी नुकसान पहुंचाया।