महाराष्ट्र में कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से सूबे में अब तक 83 लोगों की मौत हो गई है। मुंबई में 12 जुलाई सुबह से हो रही भारी बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया है। मौसम विज्ञान विभाग ने आगामी दो दिनों तक मुंबई सहित सात जिलों में रेड अलर्ट तथा 5 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार महाराष्ट्र में 1 जून से अब तक बारिश से हुए हादसों में अब तक 83 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा 164 पशुओं की भी मौत हुई है। उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले में सबसे अधिक 12 मौतें हुई हैं और उसके बाद नागपुर में 4 लोगों की मौत हुई है। यह मौतें बाढ़, बिजली गिरने, भूस्खलन, पेड़ों के गिरने और घरों के ढहने से हुई हैं।
राज्य के कई हिस्सों में पानी भरा
मुंबई और उसके आसपास के इलाकों सहित राज्य के कई हिस्सों में 1 जून से 10 जुलाई के बीच भारी बारिश हुई है। पिछले कई दिनों से हो रही लगातार तेज बारिश से आज मिलन सब-वे, अंधेरी सब-वे भर गया है। मुंबई नगर निगम कर्मी पंप लगाकर जलनिकासी कर रहे हैं। मुंबई के सायन सर्कल, किंगसर्कल, लालबाग , परेल आदि इलाकों में जलभराव हो गया है। इससे लोगों को भारी तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है।
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नासिक में उफान पर गोदावरी
नासिक जिले में लगातार भारी बारिश होने से कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया और गोदावरी नदी के तट पर स्थित कई मंदिर जलमग्न हो गए। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने नासिक जिले के लिए 14 जुलाई तक 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। पुणे और गढ़चिरौली जिलों में भी पिछले कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। जलस्तर बढ़ने के साथ मुथा नदी में 1,000 क्यूसेक (एक घन फुट प्रति सेकंड) पानी छोड़ा जाएगा।