वेल्डर के बेटे ने जेईई मेन में प्राप्त किए 99.93 पर्सेंटाइल, शिक्षकों ने दी थी ये सलाह

दीपक ने बताया कि उसके पिता राम प्रजापति वेल्डर हैं और उन्हें कभी काम मिल पाता है और कभी नहीं। वह काम की तलाश में सुबह घर से निकलते हैं और देर शाम को लौटते हैं।

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देवास के दीपक प्रजापति ने ज्वाइंट एंट्रेंस एक्जामिनेशन (जेईई) मन में 99.93 पर्सेंटाइल प्राप्त किए हैं। परिवार की आर्थिक स्थित ठीक नहीं होने के बावजूद दीपक ने यह उपलब्धि हासिल कर जिले के साथ-साथ प्रदेश को गौरवान्वित किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दीपक की इस उपलब्धि पर उसे बधाई और शुभाकमनाएं दी हैं।

मुख्यमंत्री चौहान ने मंगलवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि देवास के मेरे भांजे दीपक प्रजापति को 99.93 परसेंटाइल के साथ जेईई मैन 2022 परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त करने हेतु हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं। आपने दिखा दिया है कि मन में चाह हो तो राह बनती ही है। आपकी इस उपलब्धि से मध्यप्रदेश गौरवान्वित है।

वेल्डर हैं दीपक के पिता
दीपक ने बताया कि उसके पिता राम प्रजापति वेल्डर हैं और उन्हें कभी काम मिल पाता है और कभी नहीं। वह काम की तलाश में सुबह घर से निकलते हैं और देर शाम को लौटते हैं। महीने में बड़ी मुश्किल से आठ हजार रुपये कमा पाते हैं। ऐसे में बड़े स्कूल में पढ़ना मेरे लिए हमेशा सपना ही रहा। एक बार स्कूल ने मुझे यह कहकर पढ़ाने से इंकार कर दिया था कि पढ़ाई में कमजोर हो। इसके चलते परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाओगे।

शिक्षक की यह बात दिल को लग गई
दीपक ने बताया कि जब स्कूल के शिक्षकों ने मुझे कहा कि पढ़ाई में कमजोर हो तो यह बात दिल पर लग गई। इसके बाद से रोजाना 12 घंटे पढ़ाई करना शुरू की। बिना किसी तरह की चिंता किए मेरा मकसद था कि बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने हैं। मेहनत रंग लाई और 10वीं में मुझे 96 फीसदी अंक प्राप्त हुए। इसके बाद कुछ शिक्षकों ने मेरे परिवार की स्थिति को देखा और मुझे हिम्मत दी कि तुम जो चाहते हो वह कर सकते हो। इसके लिए बस जीवन में आपना मकसद तय करों और मेहनत में कोई कमी न रहने दो। इसके बाद मैंने तय कर लिया था कि आईआईटी में जाकर पढ़ाई करूंगा और परिवार का नाम रोशन करूंगा।

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यह है अगला लक्ष्य
दीपक ने बताया कि अब मेरा लक्ष्य जेईई एडवांस को क्रेक करना है। इसके बाद इच्छा है कि आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस ब्रांच में बीटेक करके नामी कंपनी में काम करूं। दीपक ने बताया कि मैं उन विद्यार्थियों को भी संदेश देना चाहता हूं, जिन्हें घर में पढ़ाई का माहौल नहीं मिल पाया। मेरा मानना है कि अब खराब स्थिति में निराश न हो। अपने सपनों को पूरा करने के लिए जैसे भी जब भी समय मिले तैयारी करते रहे। एक दिन सफलता जरूर मिलेगी।

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