दुनियाभर में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण के ताजा मामलों को देखते हुए महामारी गई नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख ट्रेडोस अधनोम घेब्रेसियस ने चेतावनी देते हुए कहा है कि कोरोना महामारी अभी खत्म होने के करीब भी नहीं पहुंची है। इसलिए हमें लगातार सतर्क और सुरक्षित रहने की जरूरत है।
ट्रेडोस ने 12 जुलाई को दुनिया को चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोना मामलों की ताजा लहरें दिखाती हैं कि महामारी कहीं नहीं गई। हमारे आसपास ही है। मीडिया से उन्होंने कहा कि कोरोना के ताजा मामले चिंता बढ़ाने वाले हैं। यह मामले पहले से बेहाल स्वास्थ्य ढांचे और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर और दबाव डाल रहे हैं। कोरोना से होने वाली मौतें अभी भी बहुत ज्यादा हैं।
उन्होंने सरकारों से मौजूदा महामारी नियमों के आधार पर अपनी कोरोना प्रतिक्रिया योजनाओं की नियमित समीक्षा करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने नए वैरिएंट के सामने आने की संभावना भी जताई। कोरोना पर डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन समिति ने पिछले सप्ताह ही एक बैठक की थी। इस बैठक में निष्कर्ष निकला कि कोरोना वायरस अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल बना हुआ है।
डब्ल्यूएचओ का दावा
डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि ओमीक्रोन के सब वैरिएंट बीए.4 और बीए.5, दुनियाभर में मामलों में बढ़ोतरी का कारण बन रहे हैं। इससे अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है और मौतें भी हो रही हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकारों को निगरानी (सर्विलांस), परीक्षण (टेस्टिंग) और अनुक्रमण (सीक्वेंसिंग) में आई कमी में फिर से तेजी लाने के साथ ही एंटी-वायरल को प्रभावी ढंग से साझा करने के लिए भी काम करना चाहिए।
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वैक्सीनेशन पर जोर
ट्रेडोस ने कोरोना वैक्सीन को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि वैक्सीन वायरस से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन ने लाखों लोगों की जान बचाई है। टेड्रोस ने महामारी की योजना बनाने और उससे निपटने की सलाह दी, उन्होंने कहा कि कोरोना की योजना बनाना और उससे निपटना खसरा, निमोनिया और दस्त जैसी जानलेवा बीमारियों के टीकाकरण के साथ-साथ चलना चाहिए। एचपीवी और मलेरिया सहित नए टीके पेश किए जाने चाहिए।