कोरोना बूस्टर डोज की राह में ये हैं बाधाएं!

राजस्थान में लगभग चार करोड़ लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगनी है, जिसकी तैयारी चिकित्सा विभाग ने शुरू कर दी है। लेकिन उसके सामने कई चुनौतियां हैं।

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कोरोना महामारी से बचाव के लिए केन्द्र सरकार ने दस अप्रैल से बूस्टर डोज लगवाने की शुरूआत की थी, लेकिन अब तक 54 हजार 109 लोगों ने ही पैसे देकर वैक्सीन लगवाई है। अब केंद्र सरकार के निर्देश के बाद 18 से 59 वर्ष तक की आयु के लाभार्थियों को 15 जुलाई से कोरोना की प्रिकॉशन डोज निशुल्क लगाई जा रही है।

ये है चुनौती
राजस्थान में लगभग चार करोड़ लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगनी है, जिसकी तैयारी चिकित्सा विभाग ने शुरू कर दी है। एक बार फिर से वैक्सीनेशन से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करना और वैक्सीनेशन सेंटर्स पर मेडिकल स्टाफ तैनात करना चिकित्सा विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है।

टीकाकरण की रफ्तार भी धीमी
मौजूदा समय में प्रदेश में वैक्सीनेशन से जुड़ा काम काफी धीमा पड़ चुका है। अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि वैक्सीनेशन का काम धीमा पड़ने के बाद चिकित्सा विभाग की ओर से वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या आधी कर दी गई है। इन पर लगे स्टाफ को मूल पद पर भेज दिया गया है। प्रदेश में जब वैक्सीनेशन से जुड़ा काम शुरू हुआ था तब लगभग 4 हजार सेंटर तैयार किए गए थे। यहां लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जा रही थी। इन सेंटर पर लगभग 15 हजार से अधिक मेडिकल स्टाफ लगाया गया था। हाल ही में जैसे-जैसे वैक्सीनेशन का काम धीमा पड़ने लगा, वैसे वैसे वैक्सीनेशन सेंटर्स की संख्या आधी कर दी गई। मौजूदा समय में सिर्फ दो हजार सेंटर पर ही वैक्सीन लगाई जा रही है और आधे से अधिक स्टाफ को रिलीव कर दिया गया है। ऐसे में अगले 75 दिनों में प्रदेश की चार करोड़ आबादी को वैक्सीन लगाना एक चुनौती भरा काम होगा।

स्टाफ की भी समस्या
पिछले दिनों चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने निर्देश जारी कर चिकित्सकों और अन्य मेडिकल स्टाफ को उनके मूल पद पर जाने के निर्देश दिए थे। ऐसे में वैक्सीनेशन से जुड़े कार्य में लगे सभी चिकित्सकों और मेडिकल स्टाफ को रिलीव कर दिया गया था। इसके बाद आधे से अधिक वैक्सीनेशन सेंटर बंद करने पड़े थे। मीणा का कहना है कि विभाग के पास सेंटर्स और स्टाफ की कमी नहीं है। उनका दावा है कि निश्चित अवधि में सभी लाभार्थियों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

काफी लोगों ने नहीं ली है कोरोना की दूसरी डोज
मौजूदा समय में लगभग 54 हजार 109 लोगों ने पैसा देकर वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज लगवाई है, जबकि अभी भी प्रदेश में दूसरी डोज से जुड़ा वैक्सीनेशन का काम सिर्फ 90 प्रतिशत पूरा हुआ है। वैक्सीनेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रघुराज सिंह का कहना है कि 15 जुलाई से प्रदेश भर में प्रिकॉशन डोज लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इस दौरान सभी चार हजार सेंटर पर वैक्सीन लगाई जाएगी। मौजूदा समय में करीब 36 लाख डोज प्रदेश के कोल्ड स्टोरेज में पड़ी है। केंद्र सरकार ने 10 अप्रैल से बूस्टर डोज लगाने की शुरुआत की थी, जिसमें 60 वर्ष से अधिक और स्वास्थ्य वर्कर्स के लिए डोज निःशुल्क की गई थी। शेष लोगों के लिए बूस्टर डोज के 386 रुपए शुल्क लेना शुरू कर दिया गया। राजस्थान में 18 से 59 वर्ष आयुवर्ग के लिए करीब चार करोड़ प्रिकॉशन डोज का टारगेट तय किया गया था, जिसमें से अब तक 54 हजार 109 लोगो ने पैसे देकर वैक्सीन लगवाई है। अब केंद्र सरकार ने 75 दिन तक निःशुल्क बूस्टर डोज लगाने की घोषणा की है।

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