भारतीय जनता पार्टी संसदीय दल की बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के नाम की घोषणा की गई है। इस संदर्भ में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा ने घोषणा की है।
जगदीप धनखड़ राजस्थान से आते हैं। वे किसान परिवार से आते हैं, 1989 में राजस्थान के झुंझुनू से चुनाव जीतकर आए थे और चंद्रशेखर सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे हैं। जगदीप धनखड़ राजस्थान के जाट समुदाय से आते हैं। किसान परिवार से हैं और राजस्थान बार असोसिएशन के अध्यक्ष रह चुके हैं। जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने से राजस्थान केंद्र बिंदु में आ गया है। लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला भी राजस्थान से आते हैं और उपराष्ट्रपति पद निर्वाचित होने के बाद राज्यसभा के सभापति भी राजस्थान के हो जाएंगे।
राजनीतिक जीवन
जगदीप धनखड़ 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंजुनू से सांसद रहे। वे जनता दल के टिकट पर जीतकर आए थे। इसके बाद वे कांग्रेस में चले गए, उन्होंने अजमेर से चुनाव लड़ा और हार गए। वर्ष 2003 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और अजमेर के किशनगढञ से विधायक निर्वाचित हुए।
प्रबल इच्छाशक्ति का व्यक्तित्व
जगदीप धनखड़ अपनी प्रबल इच्छाशक्ति के लिए जाने जाते हैं। अध्ययनरत् रहते हुए उनका चयन आईआईटी, एनडीए और आईएएस (यूपीएससी) के लिए हो गया था। परंतु, उन्होंने इन सबके बजाय अधिवक्ता बनना स्वीकार किया और राजस्थान बार असोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे, सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं।