मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार को करारा झटका देते हुए पुणे शहरी विकास विभाग के 941 करोड़ रुपये के विकास कार्यों को स्थगित कर दिया है। इसमें बारामती नगर परिषद के कांग्रेस तथा राकांपा नेताओं की ओर से सुझाए गए विकास कार्य शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने शिवसेना विधायकों के सुझाए गए कार्यों को स्थगित नहीं किया है। इससे भविष्य में विवाद उभरने के आसार जताए जा रहे हैं।
कई योजनाएं स्थगित
राज्य में नई सरकार के गठन के बाद मुख्यमंत्री शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पिछली सरकार के कई कार्यों को स्थगित किया है। कांजुर मार्ग में बनने वाले मेट्रो कारशेड का काम फिर से गोरेगांव स्थित आरे कालोनी में किए जाने का निर्णय लिया गया है। साथ ही पिछली सरकार ने बुलेट ट्रेन का काम रोक कर रखा था, जिसे नई सरकार ने मंजूरी दे दी है। इससे पहले मुख्यमंत्री शिंदे ने पूर्व मंत्री छगन भुजबल तथा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के विकास कार्य रोक दिए थे। 16 जुलाई को मुख्यमंत्री ने पुणे शहरी विकास विभाग के 941 करोड़ स्वीकृत कार्यों को तत्काल प्रभाव से स्थगित कर दिया है।
यह भी पढ़ें-इंडिगो की शारजाह-हैदराबाद फ्लाइट की कराची में इमरजेंसी लैंडिंग, ये है कारण
कई विधायकों ने की थी शिकायत
उल्लेखनीय है कि शिवसेना से नाराज होकर एकनाथ शिंदे के साथ गए कई विधायकों ने शिकायत की थी कि अजीत पवार महाविकास अघाड़ी सरकार के दौरान फंड नहीं दे रहे थे। इसलिए मुख्यमंत्री के निर्णय पर अटकलों का दौर शुरू हो गया है। अभी तक इस निर्णय पर राकांपा और अजीत पवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।