बिहार में देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ाव देने वाले पॉपुलर फ्रंड ऑफ इंडिया) पीएफआई की संदिग्ध गतिविधियों की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और खुफिया एजेंसी (आईबी) कर सकती है, क्योंकि इस मामले का कनेक्शन पाकिस्तान से जुड़ा है। इसलिए इसे लेकर दोनों जांच एजेंसियों की एक टीम पटना पहुंच चुकी है।
इस मामले में टीम की 17 जुलाई को एक हाई लेवल बैठक भी हुई। टीम पटना पुलिस से इस मामले में पूरी जानकारी जुटाने में लगी है। पीएफआई की आतंकी ट्रेनिंग के पूरे मामले को टीम टेकओवर कर सकती है।
डेढ़ घंटे तक चली बैठक
बताया जा रहा है कि बैठक में एनआईए,आईबी, आरएडब्ल्यू, बिहार एटीएस के अधिकारी के साथ पटना पुलिस के अधिकारी भी शामिल थे। करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में मरगूब दानिश उर्फ ताहिर के बारे में एजेंसियों ने कई महत्वपूर्ण जानकारी ली। संभावना है कि जल्द ही मरगूब दानिश उर्फ ताहिर से जुड़े केस को टेकओवर कर सकती है।
यह है पूरा मामला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पटना दौरे के दौरान पटना पुलिस ने पटना के फुलवारी शरीफ में चल रहे आतंकी ट्रेनिंग चलाये जाने का खुलासा किया था। जिसमें पीएफआई(पॉपुलर फ्रंड ऑफ इंडिया) का नाम सामने आया था। जांच में यह बात भी सामने आई थी कि छह साल से यह ट्रेनिंग सेंटर चल रहा था। वहीं पाकिस्तान कनेक्शन के भी सबूत मिले हैं। जिसके बाद अब इस पूरे मामले की जांच का काम नेशनल जांच एजेंसी के हवाले होने की संभावना जताई जा रही थी। पटना में एक वाटसअप ग्रुप चलाने का पता चल है जिसमें पाकिस्तान के साथ कई मुस्लिम देश के लोग जुड़े हुए है। इस ग्रुप में देश विरोध वीडिया और मैसेज डाले जाते थे।