राष्ट्रपति चुनावः स्ट्रेचर पर वोटिंग करने पहुंचे विधायक, मतदान को लेकर कही ये बात

विधानसभा में मतदान करने आये विधायकों और मंत्रियों सहित अन्य लोगों की नजर भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार पर टिक गयी, क्योंकि एक्सीडेंट होने के बावजूद मिथिलेश कुमार अपना बहुमूल्य मतदान करने स्ट्रेचर पर आये थे।

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बिहार विधानसभा में देश के 16वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया 18 जुलाई की सुबह 10 बजे शुरू हुई। बिहार विधानसभा स्थित लाइब्रेरी में बनाये गये मतदान केंद्र के अंदर विधायक और राज्य सरकार के कई मंत्रियों का मतदान लगातार जारी है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मतदान के लिए विधानसभा पहुंचे। तेजस्वी यादव के अलावा राजद के अन्य विधायकों ने भी विधानसभा पहुंचकर अपना मतदान किया। बिहार के दोनों उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने भी विधानसभा में अपना वोट डाला।

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मुख्यमंत्री सहित कई मंत्री नहीं डालेंगे वोट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का अधिकार नहीं है। इसलिए वे मतदान नहीं करेंगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार विधानसभा के नहीं, बल्कि विधान परिषद के सदस्य हैं और विधान परिषद के सदस्यों को राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने का अधिकार नहीं होता है। राज्य सरकार के कई मंत्री भी राष्ट्रपति चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। इनमें मंत्री अशोक चौधरी, संजय झा, मंगल पांडे समेत कई अन्य मंत्री शामिल हैं।

स्ट्रेचर पर लेट कर वोटिंग करने विस पहुंचे विधायक मिथिलेश कुमार
विधानसभा में मतदान करने आये विधायकों और मंत्रियों सहित अन्य लोगों की नजर भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार पर टिक गयी, क्योंकि एक्सीडेंट होने के बावजूद मिथिलेश कुमार अपना बहुमूल्य मतदान करने स्ट्रेचर पर आये थे। सीतामढ़ी से भाजपा विधायक मिथिलेश कुमार का पिछले महीन एक्सीडेंट हो गया था। फिलहाल वह चलने में असमर्थ हैं।

अधिकार छोड़ना नहीं चाहते थे विधायक
अपना मतदान करने के बाद भाजपा विधायक ने कहा है कि बात राष्ट्रपति चुनाव की थी तो देश के प्रथम नागरिक को चुनने के लिए लोकतंत्र ने भाजपा विधायक होने के नाते जो अधिकार दिया है, उसे मैं छोड़ना नहीं चाहता हूं। इसलिए मैंने स्ट्रेचर पर लेट कर अपना मतदान करने विधानसभा पहुंचा हूं।

मतदान बेहद महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे में कहा कि द्रौपदी मुर्मू जी समाज के जिससे तबके से आती हैं और भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह उन्हें उम्मीदवार बनाया है। ऐसी स्थिति में मतदान बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। लोकतंत्र ने राष्ट्रपति चुनाव में मताधिकार का प्रयोग चुनिंदा जनप्रतिनिधियों को दिया है। सांसदों के अलावा विधायकों को यह अधिकार प्राप्त है और ऐसे में मैं अपने अधिकार से वंचित नहीं होना चाहता था।यही वजह रही कि एक्सीडेंट होने के बावजूद वह विधानसभा पहुंचे हैं और अपना वोट डाला है।

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