पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामदास कदम ने 18 जुलाई को शिवसेना से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पास भेजा है।
रामदास कदम फडणवीस के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना की सरकार में मंत्री रहे हैं। पूर्व मंत्री ने बताया कि शिवसेना प्रमुख स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे ने उन्हें पार्टी के नेता पद पर नियुक्त किया था लेकिन इस समय शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बालासाहेब ठाकरे की नीतियों को तिलांजलि दे दी है। इसकी शिकायत उन्होंने शिवसेना अध्यक्ष तक पहुंचाने का प्रयास किया था, लेकिन उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया।
बेटे के साथ भेदभाव करने का आरोप
रामदास कदम ने कहा कि इसके बाद रत्नागिरी के दापोली निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए उनके बेटे योगेश कदम के साथ भी भेदभावपूर्ण व्यवहार किया गया। इससे वे शिवसेना में परेशान हो गए थे। साथ ही जब वे शिवसेना के लिए स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे की नीतियों के आधार पर काम नहीं कर सकते तो फिर शिवसेना में रहने का कोई मतलब नहीं रह जाता है। रामदास कदम ने बताया कि इसी वजह से उन्होंने अपना इस्तीफा शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को भेज दिया है।