राज्य में खनन माफिया अनियंत्रित हो रहे हैं। इस बार उन्होंने एक पुलिस उपाधीक्षक पर हमला किया है, जिसमें अधिकारी की जगह पर ही मौत हो गई। अधिकारी ने अवैध पत्थरों से भरे ट्रक को रुकने को कहा था।
तावडू के नूह में तैनात डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को अवैध खनन की सूचना प्राप्त हुई थी। उसे रोकने के लिए वे अपने दल के साथ पहाड़ियों में पहुंचे थे। अधिकारी को पहाड़ियों में अवैध खनन करते लोग दिखे, जो पुलिस बल को देखने के बाद भागने लगे। इस दौरान पत्थरों से लदा एक ट्रक भी था, जिसके चालको डीएसपी सुरेंद्र बिश्नोई ने रुकने को कहा। परंतु, ट्रक चालक सीधे डीएसपी पर ट्रक चढ़ा दिया। इस घटना में पुलिस अधिकारी की घटनास्थल पर मौत हो गई।
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स्थानीय समाचार माध्यमों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सबेरे 11 बजे के लगभग अवैध खनन की जानकारी सामने आई थी। जिस पर तत्परता से कार्रवाई करते हुए सुरेंद्र सिंह बिश्नोई नूह की पहाड़ियों में पहुंचे थे। जानकारी के अनुसार डीएसपी बिश्नोई के साथ फोर्स नहीं थी। वे अपने स्थानीय पुलिस कर्मियों के साथ ही चले गए थे।
माफिया के गुर्गे फरार
घटना की सूचना मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने जिला पुलिस मुख्यालय को दी। कुछ ही देर में मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल व आला अधिकारी पहुंचे। तब तक अवैध खनन माफिया और उनके गुर्गे वहां से फरार हो चुके थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई के साथ मौके पर गए पुलिस कर्मियों ने सारा घटनाक्रम वरिष्ठ अधिकारियों को बताया।
इसी वर्ष थी सेवानिवृत्ति
बताया जा रहा है कि डीएसपी सुरेंद्र सिंह पुलिस सेवा में आने से पहले वीएलडीए यानी पशु चिकित्सक थे। उनकी सेवानिवृत्ति भी इसी वर्ष होनी थी। इस घटना ने अवैध खनन को लेकर फिर से सवाल खड़े किए हैं। हरियाणा राज्य में यह पहला मामला है, जब खनन माफिया ने पुलिस में डीएसपी को इस तरह से डंपर तले कुचलकर मारा हो।