क्यों हुई मृत पक्षियों की बारिश?

नये साल के जश्न में रोम में जोरदार पटाखे फोड़े गए और आतिशबाजी की गई। इसका केंद्र शहर का मध्य भाग रहा। इंसानों के इस जश्न का शिकार हवा में उड़ते बेजुबान पक्षी हुए।

143

कोराना संक्रमण के बीच नव वर्ष लोगों के लिए नई खुशियां, नई उम्मीदें लेकर आया। लेकिन इटली के रोम में हजारों बेजुबान पक्षियों के लिए यह वर्ष मौत का पैगाम लेकर आया। रोम में नये साल के जश्न में डूबे लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और पटाखे जलाए। हवा में उड़ रहे हजारों पक्षी इसका शिकार हो गए और मौत के मुंह में चले गए। यहां तक कि सड़कें मृत पक्षियों से पट गईं। इन निर्दोष पक्षियों को इस तरह मृत पडे देखना वास्तव में बहुत बुरा अनुभव रहा और कई पक्षी- पशुप्रेमियों की आंखों में आंसू देखे गए।

इंसानों के जश्न का शिकार हो गए बेजुबान पक्षी
नये साल के जश्न में रोम में जोरदार पटाखे फोड़े गए और आतिशबाजी की गई। इसका केंद्र शहर का मध्य भाग रहा। इंसानों के इस जश्न का शिकार हवा में उड़ते बेजुबान पक्षी हुए। बताया जा रहा है कि पटाखों की आवाज से इन पक्षियों की हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। रोम टेरमिनी ट्रेन स्टेशन पर इन्हें सड़कों पर मृत पड़े देखकर लोग सदमे में डूब गए।

ये भी पढ़ेंः कोविड-19 वैक्सिन पर बड़ी घोषणा!

अधिकारियों के निवेदन पर नहीं किया अमल
इटली के अधिकारियों ने लोगों को नव वर्ष के जश्न के समय पशुपक्षियों का ध्यान रखने का निवेदन किया था, लेकिन जश्न में वे इस निवेदन को भूल गए और उनकी यह भूल इन पक्षियों की मौत की वजह साबित हुई। रोम की इस घटना का एक वीडियो शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति इस घटना को इंसान की प्रकृति का सबसे घृणित पक्ष बता रहा है। पशुओं के संरक्षण के लिए काम करेनवाले एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन का कहना है कि तेज आवाज की वजह से पक्षी अपने घोसले से उड़ने को मजबूर हो जाते हैं। संगठन के प्रवक्ता लोरेडेना ने कहा कि यह संभव है कि इनकी मौत डर के कारण हो गई। इसके साथ ही कई बार पक्षी डर से एक साथ उड़ते हैं और आपस में या किसी दीवार से टकरा जाते हैं. इससे भी इनकी मौत भी हो जाती है।

ये भी पढ़ेंः नये स्ट्रेन का भारत में ‘गेम’!

भारत में भी पतंगबाजी में होती है हजारों पक्षियों की मौत
बता दें कि भारत में भी हर वर्ष मकर संक्राति के मौके पर पतंग उड़ाने की परंपरा है। लेकिन इस कारण उनके मांजे से कटकर हजारों पक्षियों की मौत हो जाती है, जबकि हजारों घायल हो जाते हैं। मुंबई में इसके लिए पशुप्रेमी कई जगह पर कैंप लगाते हैं, जहां घायल पक्षियों का इलाज किया जाता है। लोगों के जश्न और शौक इन बेजुबानों के लिए काल बनकर आते हैं। लोगों को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.