शिवसेना प्रवक्ता तथा राज्यसभा सदस्य संजय राऊत ने कहा कि पार्टी से बगावत करने वालों से राज्य की जनता हिसाब लेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि ये बगावत दिल्ली के इशारे पर किया गया। राऊत ने कहा कि चुनाव आयोग का नोटिस मिला है, उसका जवाब दिया जाएगा।
संजय राऊत ने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि शिवसेना से बगावत करने वालों ने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली और उन्हें जहां भी हैं, खुश रहना चाहिए, लेकिन उन लोगों ने चुनाव आयोग में जाकर शिवसेना का मालिक होने का दावा किया है। इसके लिए चुनाव आयोग ने सबूत देने के लिए 8 अगस्त की समयसीमा निर्धारित की है। राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र की 13 करोड़ जनता ही सबूत देगी कि असली शिवसेना कौन सी है। जनता को पता है कि महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद में कौन से 79 लोगों ने बलिदान दिया है।
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सांसद राऊत ने शिंदे समूह पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें किसी को सबूत देना पड़ रहा है कि हम ही शिवसेना हैं। उद्धव ठाकरे शिवसेना के कार्याध्यक्ष हैं। यह शिवसेना बालासाहेब ठाकरे की है। हम बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना के साथ हैं। मराठी लोगों के दिलों में शिवसेना की जगह है। आज का दिन हमारे लिए सबूत पेश करने का समय लेकर आया है, इस पाप की भरपाई शिंदे समूह को तो करना ही पड़ेगा।
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