असली शिवसेना की पहचान के लिए निर्वाचन आयोग में चल रही प्रक्रिया के खिलाफ उद्धव ठाकरे खेमा ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग की कार्रवाई पर रोक लगाने की भी मांग की है।
उद्धव ठाकरे गुट ने कहा है कि जब तक शिंदे गुट के विधायकों की अयोग्यता पर फैसला नहीं हो जाता, चुनाव आयोग को तब तक अपनी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए। याचिका में कहा गया है कि अभी शिंदे गुट के विधायकों की अयोग्यता कार्रवाई का मामला लंबित है, ऐसे में निर्वाचन आयोग यह तय नही कर सकता है कि असली शिवसेना कौन है।
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इन मामलों की भी होनी है सुनवाई
उल्लेखनीय है कि आयोग ने 8 अगस्त तक दोनों पक्षों से मांगे हैं। ठाकरे गुट ने राज्यपाल की ओर से एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने के फैसले को सर्वोच्च न्यायालय में चुनौती दी है। इसके अलावा महाराष्ट्र विधानसभा की 3 और 4 जुलाई को हुई कार्यवाही में नए स्पीकर के चुनाव और शिंदे सरकार के विश्वासमत प्रस्ताव की कार्यवाही को अवैध बताया गया है।