महाराष्ट्र में मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। भारत निर्वाचन आयोग 1 अगस्त से पूरे राज्य में मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ने का अभियान शुरू करेगा। आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने पर एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में पंजीकृत होने की जानकारी मिल सकेगी। ऐसा करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य होगा।
महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी श्रीकांत देशपांडे ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि मतदाता सूची में डुप्लीकेट नाम होने, अधूरा पता होने जैसी कई खामियां पाई जाती हैं। इन्हीं खामियों को दूर करने के लिए चुनाव आयोग ने अब आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने के लिए एक अभियान शुरू करने का फैसला किया है। आधार कार्ड को वोटर आईडी से लिंक करने पर एक ही व्यक्ति का नाम एक से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में पंजीकृत होने की जानकारी मिल सकेगी।
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श्रीकांत देशपांडे ने बताया कि मंगलवार को सभी राजनीतिक दलों के साथ बैठक करके नए बदलावों की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी आधार संख्या सार्वजनिक डोमेन में न जाने पाए, इसलिए आधार नंबर के अंक छिपे होंगे। इसके लिए विशेष सॉफ्टवेयर विकसित किया गया है। अब तक 40 लाख का सत्यापन किया जा चुका है जिसमें 20 लाख फर्जी नाम पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति का नाम उसके शहर की मतदाता सूची में रहता है लेकिन दूसरे शहर में जाने के बाद वहां भी नाम दर्ज हो जाता है। इस तरह मतदाता का नाम दो जगह रहता है, इसी समस्या से निपटने में यह मुहिम कारगर साबित होगी।
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