दक्षिण जिला पुलिस ने चीन से देश में चाकूओं की तस्करी में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने बटन से चलने वाले कुल 14,053 चाकू जब्त किए हैं। भारत में ऐसे चाकू रखना अवैध है। परंतु, एक गिरोह इसे अवैध रूप से मंगाकर ऑनलाइन बेचता था, देश में जेहादियों के उत्पात के बीच ऐसा चाकू बड़ा खतरा उत्पन्न कर सकता है।
कूरियर ने खोली पोल
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 18 जुलाई को पुलिस को फोन करके सड़क पर पड़े एक कुरियर पैकेज के बारे में बताया गया। जब उन्होंने सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया, तो पता चला कि बॉक्स एक डिलीवरी बॉय की मोटरसाइकिल से गिरा था। चाकुओं के पैकेट पर इसे भेजने वाले दिल्ली के मालवीय नगर के निवासी मोहम्मद साहिल का नाम लिखा था। डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली इलाके में एक गोदाम पर छापेमारी की गई और साहिल (28) व उसके कर्मचारी वसीम (18) को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि वहां से कुल 533 बटन वाले चाकू जब्त किए गए। साहिल ने चाकू ऑनलाइन बेचे थे। पुलिस ने कहा कि यूसुफ (29) ने उसकी मदद की, जो सदर बाजार में आशीष चावला (43) से चाकू खरीदता था और उन्हें साहिल के गोदाम में ले जाता था।
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पुलिस ने कहा कि यूसुफ को गिरफ्तार कर लिया गया है। जैकर ने कहा कि बाद में, चावला को भी गिरफ्तार कर लिया गया और सदर बाजार में उसके गोदाम से 13,440 बटन से चलने वाले चाकू जब्त किए गए। पुलिस ने कहा कि चावला ने खुलासा किया कि वह चाकुओं का ऑर्डर देता था और भुगतान मयंक बब्बर (32) द्वारा किया गया था, जो एक आयातक है और चीन में उसका एक कार्यालय है। उन्होंने कहा कि सीमा शुल्क विभाग द्वारा पकड़े जाने से बचने के लिए बब्बर खेप को रसोई में इस्तेमाल होने वाले चाकू बताता था। पुलिस ने बताया कि बब्बर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
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