शिक्षक नियुक्ति में भ्रष्टाचार को लेकर राज्य में पहले से ही काफी हंगामा मचा हुआ है। पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे राज्य से एक के बाद एक भर्तियों में घोटाले का मामला लगातार सामने आ रहा है। इस बीट दक्षिण दमदम नगर पालिका में पैसे लेकर नौकरी दिये जाने का नया मामला सामने आया है।
कई लोगों से पैसे लेने का आरोप
दमदम के मल्लिक कॉलोनी निवासी विश्वनाथ पाल ने दक्षिण दमदम नगर पालिका के तृणमूल पार्षद वरुण नंदी पर नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपये के गबन का आरोप लगाया है। विश्वनाथ पाल ने अपनी शिकायत में बताया कि 2016 में नोटबंदी के दौरान वरुण नंदी ने नौकरी देने के नाम पर उनसे रुपये लिए। उन्होंने कहा कि सिर्फ मुझसे ही नहीं, वरुण नंदी ने कई लोगों से रुपये लिए। लेकिन रुपये देने के बाद भी मुझे नौकरी नहीं मिली। इसके बाद मुझे 80 हजार रुपये वापस कर दिए। उन्होंने आगे बताया कि तृणमूल महिला अध्यक्ष सरवानी दास ने मुझसे पैसे लिए थे।
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नौकरी दिलाने के नाम पर लिए पैसे
दक्षिण दमदम नगर पालिका के वार्ड नंबर 16 की महिला तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष सरवानी दास ने रोजगार का वादा तो स्वीकार किया लेकिन उन्होने लोगों से नौकरी के नाम पर रुपये लेने की बात से इन्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि नौकरी देने का वादा जरूर किया था लेकिन किसी से पैसे नहीं लिए। पार्षद ने कहा था कि नौकरी देंगे, इस पर मैंने कहा था कि नौकरी का अवसर होने पर मुझसे संपर्क करें लेकिन नौकरी के नाम पर मैंने पैसे नहीं लिए। जिस समय की यह घटना है उस समय वरुण नंदी दक्षिण दमदम नगरपालिका के 16 नंबर वार्ड के पार्षद थे। वर्तमान में वह 17 नंबर वार्ड के पार्षद है। इस बीच आऱोपित पार्षद वरुण नंदी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने पलट कर सवाल किया कि किसी पास इन आऱोपों के सच साबित करने का प्रमाण है? अगर है तो मुझे दिखाएं।
पीड़ित का आरोप
इस पूरे मामले पर भाजपा नेता गौतम साहा मंडल ने कहा कि सिर्फ वरुण नंदी ही नहीं, सरवानी दास को भी ईडी और सीबीआई बुलाए और उनसे पूछताछ करे।