पार्थ और अंकिता ने किया था रियल एस्टेट में भी निवेश, ऐसे उठा पर्दा

जांच अधिकारियों को संदेह है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी ने शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के जरिए हासिल हुए रुपये को रियल एस्टेट कारोबार में भी लगाया है।

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पश्चिम बंगाल में बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के बड़े नेता पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के घर छापेमारी से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हो रहे हैं। ईडी सूत्रों ने 29 जुलाई को बताया है कि अर्पिता के बेलघरिया स्थित जिस फ्लैट में छापेमारी की गई थी वहां से दो रियल एस्टेट कंपनियों के दस्तावेज मिले हैं।

यह भी पता चला है कि उन दोनों रियल एस्टेट कंपनियों का मुख्यालय इसी फ्लैट को बनाया गया था। यानी फ्लैट को रियल स्टेट कंपनी के दफ्तर के तौर पर दस्तावेज में दिखाया गया है। इसीलिए जांच अधिकारियों को संदेह है कि पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी ने शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के जरिए हासिल हुए रुपये को रियल एस्टेट कारोबार में भी लगाया है। इसके लिए दोनों से एक बार फिर पूछताछ शुरू कर दी गई है। 29 जुलाई को उनकी चिकित्सकीय जांच होनी है। इसके बाद दूसरे दौर की पूछताछ होगी जिसमें इस दस्तावेज के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी।

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उल्लेखनीय है कि बेलघरिया के फ्लैट से ईडी अधिकारियों ने 27 करोड़ नौ लाख रुपये नगद के अलावा करीब तीन करोड़ का सोने का बर्तन, चांदी के सिक्के और अन्य सामान भी बरामद किए थे। बरामद हुए सामानों में सोने की एक कलम भी शामिल है।

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