अमरावती जिले की सांसद नवनीत राणा को 29 जुलाई सुबह उनके अमरावती स्थित आवास पर एक पत्र मिला है। इस पत्र में प्रेषक ने कहा कि वह एक सरकारी कर्मचारी है और उन्हें सतर्क करने के लिए पत्र लिखा है। इस पत्र की गहन छानबीन की जा रही है।
29 जुलाई अमरावती स्थित नवनीत राणा के घर के बाहर एक पत्र रखा हुआ था। इस पत्र को सुबह उनके नौकर ने देखा और राणा के भाइयों को सौंप दिया। इस पत्र में कहा गया है कि कुछ लोग राजस्थान की सीमा से अमरावती आए हैं। मैं एक सरकारी नौकर हूं और आपका सम्मान करता हूं। इसलिए यह पत्र आपको सतर्क रहने के लिए भेज रहा हूं।
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नवनीन राणा ने क्या कहा?
नवनीत राणा ने बताया कि मैं अभी मुंबई में हूं, अमरावती में नहीं। इस पत्र की जानकारी मुझे कार्यकर्ताओं से मिली है। सवाल यह है कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद किसी ने इस पत्र को रखने की हिम्मत कैसे की? मुझे लगता है कि अमरावती में उमेश कोल्हे की हत्या के बाद इस मामले में मेरी उनके परिजनों के साथ सहानुभूति वाली भूमिका की वजह से यह पत्र भेजा गया होगा। उन्होंने कहा कि मैंने अन्याय के खिलाफ लड़ने की पहल की है और मैं उस लड़ाई को जारी रखूंगी। ऐसा पत्र परिवार में भय पैदा कर सकता है लेकिन इस पत्र में प्रेषक कहता है कि वह एक शुभचिंतक है। फिलहाल यह नहीं पता कि यह वास्तव में सलाह है या धमकी। पत्र में उल्लेख है, “मैं अल्लाह से दुआ करूंगा आप ठीक ठाक रहें” कुछ डर है लेकिन अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी ।