शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार राज्य के बहुचर्चित नेता पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी को मेडिकल जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी लेकर ईएसआई जोका अस्पताल पहुंचे हैं। सुबह दो अलग अलग गाड़ियों में अर्पिता और पार्थ को बैठाकर ईडी के अधिकारी अस्पताल पहुंचे।
दरअसल गत 29 जुलाई को जब दोनों को अस्पताल ले जाया गया था तब अर्पिता अस्पताल में पहुंचते ही गाड़ी में फूट-फूट कर रोने लगी थीं और सड़क पर बैठने की कोशिश की थी। यहां तक कि अस्पताल से निकलते समय भी वह हाथ-पैर पटक कर रो रही थी। इसलिए इस बार अतिरिक्त संख्या में महिला अधिकारियों को ले जाया गया है ताकि किसी तरह की कोई समस्या ना हो।
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न्यायालय ने दिया है ये आदेश
बता दें कि कोर्ट ने दोनों को हर 48 घंटे के अंतराल पर चिकित्सकीय जांच का आदेश दिया है, जिसके अनुसार हर तीसरे दिन दोनों को जोका ईएसआई अस्पताल में चिकित्सकीय जांच के लिए ईडी के अधिकारी ले जाते हैं। अर्पिता के दो फ्लैट से अब तक ईडी अधिकारियों ने करीब 50 करोड़ नगदी, 3.5 करोड़ के सोने चांदी के जेवर बर्तन समेत विदेशी मुद्रा और 20 मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
एक दर्जन संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद
इसके अलावा करीब एक दर्जन संपत्ति के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। अर्पिता ने दावा किया है कि बरामद हुए रुपये और सामानों से उसका कोई लेना-देना नहीं। सारे रुपये और सामान पार्थ चटर्जी के हैं। मामले में दोनों की गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल से निष्कासित कर दिया है। साथ ही चटर्जी को तृणमूल कांग्रेस के सभी पदों सहित प्राथमिक सदस्यता से भी निष्कासित कर दिया है।