एनारकुलम जिले के सज्जनगढ़ क्षेत्र के महुडी गांव की 12 नाबालिग लड़कियों को केरल के कोझीकोड रेलवे स्टेशन पर डिटेन किया है। केरल के एनारकुलम जिले की एक संस्था में पढ़ने के लिए इन नाबालिग लड़कियों को ले जाया गया था, लेकिन वह संस्था जे जे एक्ट के तहत अधिकृत नहीं है। इस पर केरल पुलिस ने मानव तस्करी का मामला दर्ज कर संस्थान के मैनेजर और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। केरल आरपीएफ ने नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द किया है। इनमें से तीन लड़कियों के पिता भी साथ में हैं। पुलिस ने सभी नाबालिगों के अभिभावकों को सूचित कर कोझीकोड बुलाया है ।
यह है मामला
कोझीकोड सीडब्ल्यूसी चेयरमैन अब्दुल नासिर ने बताया कि 26 जुलाई देर रात कोझीकोड रेलवे स्टेशन पुलिस ने 12 नाबालिग लड़कियों को एक साथ सफर करते हुए देख पूछताछ की। इसमें मामला संदिग्ध होना सामने आया। इस पर पुलिस ने सभी नाबालिगों को स्टेशन पर उतारकर कोझीकोड सीडब्ल्यूसी को सुपुर्द किया। इसके बाद पुलिस ने एनारकुलम स्थित करुणा स्कूल नामक संस्था से संपर्क किया। उन्होंने बच्चों के यहां आने की पुष्टि तो की लेकिन जांच में पता चला कि संस्था जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं है।
आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज
-इसके बाद संस्था के मैनेजर व साथ में सफर कर रहे दो अन्य आरोपियों के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते आरोपियों को कोर्ट के समक्ष पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया।
-सीडब्ल्यूसी ने बताया कि सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद नाबालिक लड़कियों को बांसवाड़ा सीडब्ल्यूसी को सुपुर्द कर दिया जाएगा।
-इधर बांसवाड़ा सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष दिलीप रोकड़िया ने बताया कि उनके पास में अभिभावक की ओर से एक लेटर प्राप्त हुआ है, जिसमें पुलिस द्वारा उनको परेशान करने की बात कही जा रही है। सही स्थिति इन लड़कियों के वापस आने पर ही पता चल सकेगी।
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