आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए अच्छी खबर है। जुलाई महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) राजस्व संग्रह पिछले साल के समान अवधि की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये रहा है। जीएसटी संग्रह जुलाई, 2021 में 1,16,393 करोड़ रुपये रहा था।
वित्त मंत्रालय ने 1 अगस्त को जारी आंकड़ों में बताया कि जुलाई, 2022 में जीएसटी राजस्व संग्रह एक साल पहले की तुलना में 28 प्रतिशत बढ़कर कुल 1,48,995 लाख करोड़ रुपये रहा है। एक वर्ष पहले समान अवधि में जीएसटी संग्रह से 1,16,393 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल हुआ था। आंकड़ों के अनुसार जीएसटी लागू होने के बाद से यह दूसरा सबसे बड़ा राजस्व संग्रह है। इसके पहले अप्रैल, 2022 में जीएसटी संग्रह से 1,67,540 करोड़ रुपये का राजस्व आया था।
दूसरी बार हुआ इतना कलेक्शन
आंकड़ों के अनुसार जुलाई महीने में सीजीएसटी 25,751 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,807 करोड़ रुपये, जबकि आईजीएसटी 79,518 करोड़ रुपये और जीएसटी नुकसान भरपाई सेस संग्रह 10,920 रुपये रहा। इससे पहले जून में सीजीएसटी 25,306 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,406 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 75,887 करोड़ रुपये और सेस 11,018 करोड़ रुपये रहा था। इसी तरह मई में सीजीएसटी 25,036 करोड़ रुपये, एसजीएसटी 32,001 करोड़ रुपये, आईजीएसटी 73,345 करोड़ रुपये और सेस 10,502 करोड़ रुपये था।
2022 का ऐसा रहा है जीएसटी कलेक्शन
मंत्रालय के मुताबिक जून, 2022 में जीएसटी राजस्व संगह 1,44,616 करोड़ रुपये रहा था, जबकि मार्च, 2022 के बाद से ही जीएसटी का संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा बना हुआ है। साल 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद यह छठवीं बार और मार्च 2022 से लगातार पांचवीं बार है जब जीएसटी राजस्व का संग्रह 1.40 लाख करोड़ रुपये के पार रहा है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक जीएसटी राजस्व संग्रह में लगातार हर महीने लगातार वृद्धि दिखा रहा है।