शहर के 137 वर्ष पुराने रेलवे स्टेशन का कायापलट होने जा रहा है। देश के सबसे स्वच्छ रेलवे स्टेशनों में शुमार जोधपुर रेलवे स्टेशन पर पांच सौ करोड़ की लागत से भव्य इमारत बनाने की तैयारी की जा रही है। मौजूदा भव्य इमारत अब तस्वीरों में सिमट कर रह जाएगी। रेलवे की योजना है कि स्टेशन पर आने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट के समान महसूस हो सके। यह संभव हो पाया है जोधपुर में पले-पढ़े रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के प्रयास से।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव यह चाहते हैं कि उनके गृहनगर जोधपुर सिटी रेलवे स्टेशन की बहुद्देश्यीय, बहुमंजिला और अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस नई इमारत का जल्द से जल्द निर्माण हो ताकि सुदूर प्रदेशों और सात समंदर पार से आने वाले विदेशी पावणों को यहां मनचाही सुविधा मिल सके। रेलमंत्री की मंशा के अनुरूप रेलवे ने रेल भूमि विकास प्राधिकरण के माध्यम से जोधपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की इबारत लिख दी है। इसके तहत पुनर्विकास के लिए करीब 500 करोड़ रुपए का तखमीना तैयार किया गया और इसे हरी झंडी भी मिल गई है।
इस संबंध में जोधपुर डीआरएम गीतिका पांडेय का कहना है कि सिटी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य स्वीकृत हो चुका है इसकी टेंडर प्रक्रिया भी प्रारंभ हो रही है तथा सब कुछ ठीक रहा तो इसी साल अक्टूबर में मुख्य रेलवे स्टेशन की पुरानी इमारत को हटा कर एक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रेलवे स्टेशन की नई इमारत की इबारत लिखी जाएगी।
आरएम का कहना है कि हालांकि मौजूदा इमारत की बनावट देश के प्रमुख स्टेशनों की भव्य इमारतों की फेहरिस्त में शुमार है लेकिन रेलवे ने आने वाले वर्षों में जनसंख्या के साथ बढ़ते रेल ट्रैफिक को जेहन में रखते हुए यह बेहद महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
पांच मंजिला होगी मुख्य इमारत
रेलवे स्टेशन की बनने वाली नई इमारत ग्राउंड फ्लोर के अलावा चार मंजिला होगी, जिसमें प्रमुख कार्यालय,बुकिंग विंडो, आरक्षण कार्यालय, वीआईपी लॉन्ज, स्टेशन मास्टर कार्यालय, आरपीएफ, जीआरपी कार्यालय व अन्य कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर तथा अन्य मंजिलों पर एसी/नॉन एसी रिटायरिंग रूम्स,पेड वेटिंग रूम,खानपान की स्टाल्स व स्थानीय उत्पादों की स्टाल्स लगाना प्रस्तावित है। इसी प्रकार रेलवे स्टेशन का द्वितीय प्रवेश द्वार ग्राउंड फ्लोर के अलावा तीन मंजिला होगा जहां यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
रोजगार में वृद्धि के साथ पर्यटकों को लुभाएगा
पुनर्विकास के बाद जोधपुर रेलवे स्टेशन पर उन्नति यात्री सुविधाओं के साथ तकनीक , स्थानीय संस्कृति और समृद्ध विरासत का आकर्षक मेल बनेगा। पुनर्विकास के उपरांत रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सेवा प्रदान करने की क्षमता तीन से चार गुना बढ़ जाएगी और इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का सृजन होगा जिसका लाभ स्थानीय लोगों को भी मिलेगा।