पांच घंटे तक चले हंगामे के बाद महारानी कॉलेज में पानी की टंकी पर चढ़ी तीनों छात्राएं नीचे उतर गई है। बताया जा रहा है कि कॉलेज प्रशासन ने समझाइश कर उन्हें नीचे उतरने के लिए मनाया, जिसके बाद छात्राएं पानी की टंकी से नीचे उतर आईं।
महारानी कॉलेज की तीन छात्राएं गुंजन शर्मा, कोमल वर्मा और कमल मोहनपुरिया 8 अगस्त को दोपहर में गोखले हॉस्टल के सामने स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गई थीं । छात्राओं की मांग थी कि महारानी कॉलेज में निशुल्क छात्रा शिक्षा शुरू की जाए। साथ ही छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत हो, ओपन जिम, ई मित्र की निशुल्क व्यवस्था, बंद पड़े एटीएम को शुरू किया जाए।
छात्राओं ने दी थी ये धमकी
छात्राओं ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, वे नीचे नहीं उतरेंगी और यदि उन पर दबाब बनाया गया तो आत्महत्या कर लेंगी। इससे पूर्व दिन में इन छात्राओं ने दिन में इन्हीं मांगों को लेकर महारानी कॉलेज के मुख्यद्वार के बाहर धरना भी दिया था। उनका कहना था कि विधानसभा चुनाव से कांग्रेस पार्टी ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद वह लड़कियों की शिक्षा पूरी तरह से निशुल्क करेगी।
कांग्रेस सरकार पर आरोप
कांग्रेस ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए अपने जनघोषणा पत्र में जो वादे किए थे वह पूरे नहीं किए। सरकार की इस वादाखिलाफी के विरोध में हम यह कदम उठाने पर मजबूर हुए हैं और जब तक हमें सरकार ने मांगें पूरी होने का लिखित आश्वासन नहीं मिलता हम नीचे नहीं आएंगे। तकरीबन पांच घंटे तक चले इस हंगामे के दौरान कॉलेज और पुलिस प्रशासन ने उनकी समझाइश की जिसके बाद सोमवार देर शाम छात्राएं नीचे उतर आईं।