कोविड-19 नियंत्रण के लिए विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। इसके पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने चेतावनी जारी की है कि कुछ असामाजिक तत्व फर्जी कोविन प्लेटफार्म का उपयोग कर रहे हैं। इसलिए इन लिंक को डाउनलोड न करें। ये प्लेटफार्म सरकार के डिजिटल प्लेटफार्म से मिलता जुलता है।
देश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू करने के पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविन (CoWIN) डिजिटल प्लेटफार्म शुरू किया है। इस प्लेटफार्म से ही टीकाकरण को लेकर लोगों से संपर्क किया जाएगा और उन्हें जानकारी दी जाएगी। लेकिन उसके पहले ही साइबर क्रिमिनल की नजर इस प्लेटफार्म को लग गई है।
साइबर अपराधियों द्वारा कोविड-19 टीकों को लेकर भ्रामक और फर्जी प्लेटफार्म विकसित करके लोगों से धन उगाहने के प्रति राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चेतावनियां जारी की गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को आगाह किया है कि कोविन के सरकारी प्लेटफार्म से मिलता जुलता प्लेटफार्म साइबर अपराधियों ने विकसित किया है। इसे डाउन लोड न करें।
ये भी पढ़ें – चीनी वैक्सीन से नेपाल की तौबा!
Some apps named "#CoWIN" apparently created by unscrupulous elements to sound similar to upcoming official platform of Government, are on Appstores.
DO NOT download or share personal information on these. #MoHFW Official platform will be adequately publicised on its launch.
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) January 6, 2021
बता दें कि, इंटरपोल की तरफ से भी चेतावनी दी गई है कि अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गिरोह टीकाकरण को लक्ष्यित कर सकते हैं। वे महामारी को अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए अवसर बनाने के चक्कर में हैं।
ये भी पढ़ें – बिहारः कांग्रेस में क्यों मचा है भूचाल?
As #COVID19 vaccines are rolled out around the world, they will be targeted by organized crime networks as they continue to profit from the pandemic. For criminals, the vaccines will be like liquid gold. https://t.co/owyzl6FHWb
— Jürgen Stock (@INTERPOL_SG) December 21, 2020
इंटरपोल ने इसके पहले भी आपराधिक गिरोहों पर कार्रवाई की हैं। जिसमें विश्व के सौ से अधिक देश सम्मिलित हैं।
Join Our WhatsApp Community