पश्चिम बंगाल की सीआईडी टीम ने 8 अगस्त को कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी और राजेश कच्छप के रांची स्थित आवास में छापेमारी की। पुलिस के अनुसार इस छापेमारी में इरफान अंसारी के घर से साढ़े पांच लाख रुपये नकद एक स्कॉर्पियो कार भी जब्त किया गया है।
पश्चिम बंगाल सीआईडी की टीम ने 9 अगस्त को विधायक इरफान अंसारी और राजेश कच्छप के धुर्वा स्थित सरकारी आवास में छापेमारी की। तीन घंटे तक चली इस छापेमारी के दौरान सीआईडी की टीम ने विधायक इरफान के सरकारी आवास के एक-एक कमरे की तलाशी ली। बताया जा रहा है कि टीम ने जिस स्कार्पियो को जब्त किया है, उसका इस्तेमाल विधायक ने कोलकाता में पैसे की लेन देन में किया था। टीम ने उस स्कार्पियो को जगन्नाथपुर थाने में रखा है। जबकि बरामद रुपए और दूसरे कागजातों को जब्त कर बंगाल सीआईडी की टीम अपने साथ ले गई है।
राजेश कच्छप के आवास पर भी छापेमारी
दूसरी ओर बंगाल सीआईडी ने विधायक राजेश कच्छप के सरकारी आवास में भी छापेमारी की। वहां पर भी टीम ने एक-एक कमरे की तलाशी ली, लेकिन टीम को आवास से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। टीम ने विधायक की पत्नी और मां से भी पूछताछ की छापेमारी में सीआईडी के अलावा धुर्वा और जगन्नाथपुर थाने की पुलिस भी मौजूद थी। इससे पहले 7 अगस्त को भी बंगाल सीआईडी टीम ने दोनों के आवास में सर्च किया था।
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने हावड़ा के पांचला से बीते 30 जुलाई को 49.37 लाख रुपये के साथ झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगाड़ी और इरफान अंसारी को गिरफ्तार किया था। सीआईडी कोलकाता की जांच में यह बात सामने आयी है कि 30 जुलाई को विधायक इरफान अंसारी अपने सहायक कुमार प्रतीक के साथ कोलकाता के लाल बाजार स्थित व्यवसायी के कार्यालय गए थे। यहीं पर महेंद्र अग्रवाल ने उन्हें 49 लाख रुपये दिए थे। इसके पहले सभी सदर स्ट्रीट के एक होटल में 3.06 बजे पहुंचे थे, इसके बाद सभी वहां से 3.14 बजे निकल गए थे। होटल के कर्मी ने अपने बयान में बताया था कि विधायकों ने अपने को वीवीआईपी होने की बात कही थी। यही वजह थी कि उनके कमरे में आने की इंट्री नहीं की गई थी। इस मामले में बंगाल सीआईडी ने महेंद्र अग्रवाल को गिरफ्तार किया था।