प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के अलग-अलग स्थानों पर आयोजित तिरंगा यात्राओं को पूरी दुनिया के आकर्षण का केंद्र बताते हुए कहा कि तिरंगा एक बार फिर भारत की एकता, अखंडता, विविधता और चेतना का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने 10 अगस्त को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सूरत में तिरंगा रैली को संबोधित करते हुए उक्त बातें कहीं। प्रधानमंत्री ने प्रसन्नता व्यक्त की कि देश भर में हो रही तिरंगा यात्राएं हर घर तिरंगा अभियान की शक्ति और भक्ति का प्रतिबिंब हैं। उन्होंने कहा, “13 से 15 अगस्त तक भारत के हर घर में तिरंगा फहराया जाएगा। समाज के हर वर्ग, हर जाति और पंथ के लोग अनायास ही एक पहचान के साथ जुड़ रहे हैं। यही भारत के एक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक की पहचान है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज देश के कपड़ा उद्योग, देश की खादी और हमारी आत्मनिर्भरता का प्रतीक भी रहा है। सूरत ने इस क्षेत्र में हमेशा आत्मनिर्भर भारत की नींव तैयार की है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि गुजरात ने बापू के रूप में स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्व किया और लौह पुरुष सरदार पटेल जैसे नायक दिये, जिन्होंने आजादी के बाद एक भारत श्रेष्ठ भारत की नींव रखी। बारडोली आंदोलन और दांडी यात्रा से निकले संदेश ने पूरे देश को एक कर दिया।
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सूरत ने तिरंगे की असली एकजुटता की ताकत दिखाई है। उन्होंने कहा कि भले ही सूरत ने अपने व्यापार और अपने उद्योगों के कारण दुनिया पर एक छाप छोड़ी है, लेकिन आज तिरंगा यात्रा पूरी दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र है।
प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि भारत के तिरंगे में केवल तीन रंग नहीं हैं, बल्कि यह हमारे अतीत के गौरव, वर्तमान के प्रति हमारी कर्तव्यनिष्ठा और भविष्य के हमारे सपनों का भी एक प्रतिबिंब है। उन्होंने कहा कि हमारा तिरंगा भारत की एकता, भारत की अखंडता और भारत की विविधता का भी एक प्रतीक है। हमारे लड़ाकों ने तिरंगे में देश का भविष्य देखा, देश के सपने देखे और इसे कभी झुकने नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद जब हम एक नए भारत की यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं, तिरंगा एक बार फिर भारत की एकता और चेतना का प्रतिनिधित्व कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि हर घर तिरंगा अभियान से कई गरीब लोगों, बुनकरों और हथकरघा श्रमिकों को भी अतिरिक्त आय हो रही है।
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