कोल्हापुर जिले में पिछले चार दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश से पंचगंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, इससे 54 मार्ग जलमय हो गए हैं। इन मार्गों पर परिवहन रोक दिया गया। लगातार हो रही बारिश से जिले में बाढ़ की आशंका बन गई है। जिले के राजाराम जलाशय का जलस्तर 41.8 फीट तक पहुंच गया है। जिला प्रशासन ने कोल्हापुर शहर और आसपास के उन गांवों को स्थानांतरित करने का काम शुरू कर दिया है।
कहां कैसा है हाल?
कोल्हापुर जिले के कोंकण की ओर जाने वाले कई रास्ते बंद हैं। इनमें से कोल्हापुर-वैभववाड़ी मार्ग, कोल्हापुर-रत्नागिरी मार्ग, चिखली-शिंगनापुर, चिखली-वरंगे, निधौरी-गोरंबे, शिरधों ब्रिज, सोंगे-चिखली कस्बा बावड़ा-शिया, कदमवाड़ी-जाधववाड़ी सहित कुल 54 मार्गों पर यातायात बंद है। पंचगंगा जैसे-जैसे खतरे के निशान के करीब पहुंच रही है, लोगों में दहशत बढ़ गई है। जलाशय क्षेत्रों में बारिश बढ़ गई है।
राधानगरी बांध के कुल पांच स्वचालित गेट खुले हैं और इससे 8 हजार 740 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। कोल्हापुर-पन्हाला मार्ग दूसरे दिन भी यातायात के लिए बंद रहा। कस्बा बावड़ा शिया, कदमवाड़ी-मार्केट यार्ड दो मार्ग गुरुवार को यातायात के लिए बंद कर दिए गए। जिले के जलाशय पानी में डूबे हैं और 54 सड़कों पर यातायात बंद है। राधानगरी क्षेत्र में 90 मिमी. दूधगंगा क्षेत्र में 70 मिमी. बारिश हुई है।
जलाशयों में भारी बारिश
पिछले 24 घंटों में जलग्रहण क्षेत्र के 15 प्रमुख जलाशयों में से 10 में भारी बारिश हुई है। कडवी (57 मिमी), पटगांव (60 मिमी), चिकोत्रा (45 मिमी), अंबियोहाल (45 मिमी) और कोड़े (57 मिमी) के बांध क्षेत्रों में कम बारिश हुई। राधानगरी में 90 मिमी, तुलसी और वर्ना क्षेत्रों में 112 मिमी, दूधगंग में 174 मिमी, कसारी में 87 मिमी, चित्त्री में 120 मिमी, जंगमहट्टी में 143 मिमी, घाटप्रभात में 135 मिमी बारिश दर्ज की गई।