विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर अखंड भारत का संकल्प लेकर एक मोटर साइकिल रैली का आयोजन किया गया था। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा किया गया था। जिसमें बड़ी संख्या में राष्ट्रभिमानी कार्यकर्ताओं ने सहभाग लिया। इस रैली का उद्देश्य भारतीय जनसामान्य के मन में अखंड भारत के स्वप्न को साकार करने के प्रति जागरूकता निर्माण करना था।
स्वातंत्र्यवीर सावरकर अखंड भारत के प्रबल समर्थक थे। धर्म के आधार पर देश का विभाजन किया जाएगा, इसे वर्षों पहले वीर सावरकर ने भांप लिया था और इसके प्रति सचेत करते रहे। परंतु, उनकी आशंकाओं की अनदेखी की गई और राष्ट्र को 14 अगस्त, 1947 को धर्म के आधार पर मानव निर्मित एक त्रासदी झेलनी पड़ी। इस विभाजन विभीषिका का दर्द अब भी राष्ट्र झेल रहा है। हिंदू संगठन और राजनीतिक दल 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मानते हैं। इस दिन सभी स्तरों से जनसामान्य को यह बताने का प्रयत्न किया जाता है कि, अखंड भारत का संकल्प अब भी पूर्ण नहीं हुआ है।
रा.स्व संघ, विहिंप और बजरंग दल की रैली
विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बजरंग दल के कार्यकर्ता पिछले 14 वर्षों से 14 अगस्त को ‘अखंड भारत संकल्प दिवस’ के रूप में मानते रहे हैं। इस उपलक्ष्य में मुंबई में मोटर साइकिल रैली का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष रैली में सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लेकर नागरिकों में अखंड भारत के संकल्प के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का प्रयत्न किया। इस कार्यक्रम में बजरंग दल कोकण प्रान्त के पूर्व संयोजक उमेश गायकवाड, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ धर्मजागरण मंच के संयोजक (परेल) नितिन म्हात्रे, विश्व हिंदू परिषद के शहर विभाग के सहमंत्री राजीव चौबे, बजरंग दल शहर विभाग के संयोजक दिनेश स्वर्णकार ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।
जहां हिंदू कम होता है वह भाग देश से बिलग होता है – उमेश गायकवाड
Join Our WhatsApp Communityस्वतंत्रता के 75 वर्षों बाद विभाजन की परिस्थिति न उत्पन्न हो, इसके लिए सतर्क रहना आवश्यक है। जिन भागों में हिंदू अल्पसंख्यक होता है, वह भाग देश से बिलग हो जाता है, इसलिए हिंदुओं की संख्या कम करके मुस्लिमों की संख्या बढ़ाने का षड्यंत्र किया जा रहा है। इस षड्यंत्र को निष्काम करने का कर्तव्य प्रत्येक नागरिक का है।
उमेश गायकवाड – पूर्व संयोजक, बजरंग दल कोकण प्रान्त