अणुव्रत की अकूत संपत्ति का खुलासा! जानिये, किस-किस के नाम पर खरीद रखी थी संपत्ति

पश्चिम बंगाल के चर्चित मवेशी तस्करी मामले में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी चार्जशीट में तृणमूल कांग्रेस के नेता अणुव्रत मंडल को नामजद किया है।

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पश्चिम बंगाल के मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार राज्य के नेता अणुव्रत मंडल से पूछताछ में चौकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पता चला है कि उन्होंने अपनी मां के नाम पर कंपनी खोली है और संपत्ति भी खरीदी है। जांच में इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अपनी मां के नाम पर उन्होंने जो कंपनी खोली थी, उसका शेयर कैपिटल एक करोड़ रुपये था।

केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि अणुव्रत मंडल से लगातार पूछताछ की जा रही है। वह जांच में बहुत अधिक सहयोग नहीं कर रहे हैं लेकिन कुछ तकनीकी चीजों के बारे में पता लगाया गया है, जिसमें उनकी मां के नाम पर मौजूद एक कंपनी के बारे में जानकारी मिली है।

बेटी- दामाद भी मालामाल
इसके अलावा मंडल की बेटी सुकन्या के खाते में भी बड़े पैमाने पर लेनदेन की जानकारी केंद्रीय एजेंसी को मिली है। जो मां के नाम पर कंपनी खरीदी गई है, उसमें उनकी बेटी सुकन्या और दामाद विद्युत वरण गायन को डिरेक्टर बनाया गया है। इस कंपनी का ठिकाना बोलपुर के कालिका पुर में रजिस्टर्ड किया गया था। 2011 में कंपनी रजिस्टर्ड की गई थी। अणुव्रत की बेटी के नाम पर 10 संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। इसके अलावा तीन राइस मिल में सुकन्या पार्टनर भी है। यह तमाम संपत्तियां 2014 से 2016 के बीच खरीदी गई है। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के अनुसार अभी तक की जांच में इस बात के संकेत मिल चुके हैं कि हजारों करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है जिसकी आय से कोई समानता नहीं है।

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पशु तस्करी मामले में शपथ पत्र दाखिल
पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित मवेशी तस्करी मामले में जांच कर रहे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अपनी चार्जशीट में तृणमूल कांग्रेस के नेता अणुव्रत मंडल को नामजद किया है। केंद्रीय एजेंसी ने स्पष्ट किया है कि मंडल सीधे तौर पर मवेशी तस्करी मामले में शामिल रहे हैं। आसनसोल की विशेष सीबीआई कोर्ट में दाखिल की गई चार्जशीट में कहा गया है कि मंडल का नाम लेकर उनका बॉडीगार्ड सहगल हुसैन लगातार मवेशी तस्करी के नाम पर वसूली करता रहा है। इसकी पूरी जानकारी मंडल को थी और वह भी इसमें शामिल रहे हैं। दावा है कि वसूली के रुपये भी अणुव्रत मंडल तक पहुंचाए जाते थे और उसका पूरा हिसाब किताब भी उन्हें दिया जाता था।

पूछताछ कर जुटाई जानकारी
सहगल ने पिछले सात सालों में बीरभूम, मुर्शिदाबाद और कोलकाता में कई संपत्तियां खरीदीं। सीबीआई ने आरोप पत्र में उल्लेख किया है कि गवाहों से पूछताछ करके ऐसी जानकारी प्राप्त की गई है। चार्जशीट में सीबीआई ने यह भी दावा किया कि पुलिस कांस्टेबल सहगल हुसैन की संपत्ति आय से मेल नहीं खाती। सीबीआई ने चार्जशीट में दावा किया कि गौ तस्करी में पकड़े गए इनामुल हक के साथ मोबाइल फोन पर हुई बातचीत की सूचना भी केंद्रीय खुफिया विभाग के हाथ लगी है। सीबीआई ने चार्जशीट में कहा कि गौ तस्करी मामले में 96 गवाहों से पूछताछ कर जानकारी जुटाई गई है।

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