झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी पर तलवार लटकने लगी है। खान भ्रष्टाचार मामले में उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्यपाल रमेश बैस को भेजी है। इसे देखते हुए प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। हेमंत सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने सभी विधायकों को रांची पहुंचने का फरमान जारी किया है।
इन नामों पर चर्चा तेज
झारखंड में सरकार चला रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा में हेमंत सोरेन के विकल्प पर चर्चा शुरू है। समझा जा रहा है कि सोरेन की पत्नी, भाई या परिवार के किसी अन्य सदस्य को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। भाजपा का दावा है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बना सकते हैं।
हेमंत सोरेन को झटका
खान मामले में चुनाव आयोग ने जांच की है। संविधान के अनुच्छेद 192 के तहत किसी भी सदस्य को अयोग्य ठहराए जाने के मामले पर अंतिम निर्णय राज्यपाल को करना होता है। हालांकि फैसला सुनाने से पहले उसे चुनाव आयोग की राय लेनी जरूरी होती है। इस मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को बड़ा झटका लगा है। चुनाव आयोग ने उनकी विधानसभा की सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है।
ये है मामला
भारतीय जनता पार्टी ने सोरेन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने खुद को पत्थर खनन लीज पर आवंटित कर दिया। पार्टी ने इसे भ्रष्टाचार बताते हुए सोरेन की सदस्यता रद्द किए जाने की मांग की थी। गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश की कैबिनेट में खनन-वन मंत्रालय मुख्यमंत्री सोरेन के ही पास है।