चर्चित सृजन घोटाला से जुड़े मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (इडी) की पांच सदस्यी टीम के द्वारा 16 अगस्त को हुई कार्रवाई के बाद जिले के राजनीतिक गलियारों एवे चौक-चौराहों पर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। मालूम हो कि इडी की टीम ने बांका पहुंचकर पूर्व भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर के द्वारा अपने पुत्र ऋषिकेश चौधरी के नाम से खरीदी गयी करीब चार एकड़ भूमि को जब्त करते हुये उस जमीन पर अपना बोर्ड लगा दिया।
बताया जा रहा है कि उक्त जमीन का एक सप्ताह पूर्व ही नापी कराया गया था। जिसके बाद यह कार्रवाई की गयी। उक्त जमीन को वर्ष 2013 में जयश्री ठाकुर ने अपने पुत्र के नाम से दो-दो एकड़ का दो प्लाट यानि कुल चार एकड़ जमीन की खरीद की थी। जिस मामले में इडी की टीम ने बताया है कि उप निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय पटना अंचल कार्यालय पटना के द्वारा जारी अंतिम कुर्की आदेश संख्या 7/2021 दिनांक 21 अक्टूबर 2021 के तहत अधिनियम की धारा 5 की उप-धारा (1) के तहत कार्रवाई की गयी है। जिसका मूल शिकायत संख्या 1562/2021 में अधिनियम की धारा 6 के तहत गठित न्याय निर्णायक प्राधिकारी के द्वारा यह कार्रवाई की गयी।
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कार्यवाई हड़कंप
इडी की इस कार्यवाई से जिले में हड़कंप का माहौल व्याप्त हैं। मालूम हो कि तत्कालीन एडीएम जय श्री ठाकुर पर जांच की आंच आय से अधिक संपत्ति के मामले से ही हो गयी थी। बांका में रहते हुए जब उन्होंने अकूत संपत्ति कमायी थी तो उस समय आय से अधिक संपत्ति के मामले में विभाग के द्वारा जांच की गयी थी और इनके भागलपुर, बांका, गोड्डा सहित कई ठिकानों पर छापेमारी भी की गयी थी। उस वक्त भी बौंसी स्थित ब्रह्मपुर गांव में एडीएम के भाई के घर पर भी छापेमारी की गयी थी।