बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा प्रमुख जीतनराम मांझी ने एक बार फिर ऐसे बयान दिए हैं, जिसे लेकर उनके बारे में एनडीए में असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है। उन्होंने आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बिहार का भविष्य बताते हुए उन्हें नसीहत दी है।
मांझी ने अपने ट्विट में लिखा है, ‘तेजस्वी यादव आप बिहार के भविष्य हैं। आपको अनर्गल बयानों से बचना चाहिए। जब आप अपने दल के राजनैतिक कार्यक्रम खरवास के बाद आरंभ कर रहे हैं तो मंत्रिपरिषद के विस्तार पर इतना उतावले क्यों हैं? सही वक्त पर सबकुछ हो जाएगा। आप पॉजिटिव राजनीति कीजिए।’
.@yadavtejashwi जी आप बिहार के भविष्य हैं आपको अनर्गल बयान से बचना चाहिए।
जब आप अपने दल के राजनैतिक कार्यक्रम खरवास के बाद आरंभ कर रहें हैं तो मंत्रिपरिषद का विस्तार पर इतना क्यों उतावले हो रहें हैं?
सही वक्त पर सबकुछ हो जाएगा बस आप पॉज़िटिव राजनिति किजिए।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) January 10, 2021
तेजस्वी यादव ने साधा था निशाना
9 जनवरी को आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी और जेडीयू की आपसी लड़ाई में नुकसान बिहार का हो रहा है। मंत्रिमंडल विस्तार करना मुख्यमंत्री का काम है। राज्यपाल उनकी ही सिफारिश पर ही नियुक्ति करते हैं। लेकिन सीएम ने अभी तक सिफारिश नहीं की है।
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मांझी ने की थी नीतीश की तारीफ
मांझी ने इससे पहले के ट्विट में नीतीश कुमार की प्रशंसा का पाठ पढ़ा है। उन्होंने ट्विट में लिखा, ‘राजनीति में गठबंधन धर्म को निभाना अगर सीखना है तो नीतीश कुमार से सीखा जा सकता है। गठबंधन में शामिल दल के आंतरिक विरोध और साजिशों के बावजूद उनका सहयोग करना राजनैतिक रुप से नीतीश जी को महान बनाता है। नीतीश कुमार के जज्बे को सलाम..’
नीतीश कुमार का छलका था दर्द
वास्तव में मांझी ने ये ट्विट नीतीश कुमार के उस बयान के एक दिन बाद किया है, जिसमें नीतीश ने कहा था कि बिहार चुनाव के दौरान ये पता ही नहीं चला कि कौन साथ है और कौन नहीं। पार्टी के राज्य परिषद को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा था कि समय इतना कम था कि पता ही नहीं चला कि कौन साथ दे रहा है और कोन नहीं दे रहा है। चुनाव प्रचार के बाद जब पार्टी कार्यालय लौटकर आते थे,तभी थोड़ा-थोड़ा समझ में आने लगा था।