झारखंड के दुमका जिले के नगर थाना क्षेत्र की जरूवाडीह निवासी इंटरमीडिएट की छात्रा अंकिता सिंह की 27 अगस्त की देर रात रिम्स में उपचार के दौरान मौत हो गई। अंकिता नाबालिग थी। 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में पागल पड़ोसी युवक शाहरुख हुसैन ने खिड़की से अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी। इस घटना में वह गंभीर रूप से झुलस गई थी। पहले उसका इलाज दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चला। बाद में उसे रिम्स रेफर किया गया। रिम्स में 27 अगस्त की देर रात उसकी मौत हो गई।
मामले के आरोपी शाहरूख हुसैन को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि उसके साथ नरमी बरतने का आरोप लगाया जा रहा है। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने इस अमानवीय और दिल दहला देने वाली घटना को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा है।
कपिल मिश्रा के निशाने पर सोरेन सरकार
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इस घटना पर ट्वीट करते हुए भाजपा के साथ ही कांग्रेस पर भी निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट पर लिखा, “अंकिता तड़प-तड़प कर खतम हो गई लेकिन झारखंड के मुख्यमंत्री की पिकनिक खत्म नहीं हुई। हाथरस जाने वाले राहुल प्रियंका गांधी को टाइम नहीं मिला क्योंकि हत्यारे शाहरुख की पहचान उन्हें अंकिता के दरवाजे पर जाने से रोकती है। शाहरुख़ को फांसी और त्वरित न्याय आज की मांग है।”
बाबूलाल मरांडी ने डीएसपी नूर मुस्तफा को बतया कम्यूनल
इसके साथ ही झारखंड विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी डीएसपी नूर मुस्तफा पर निशाना साधा है। उन्होंंने मुस्तफा को कम्यूनल बताते हुए ट्विटर पर लिखा, “अंकिता हत्याकांड में जिस डीएसपी नूर मुस्तफा के कम्यूनल भूमिका व अभियुक्त शाहरुख को बचाने के आरोप को लेकर लोग उबल रहे हैं, वह अधिकारी घोर आदिवासी विरोधी है, उस इलाके में वह कोयला,बालू, पत्थर चोरी के सरगनाओं का संरक्षक व हिस्सेदार रहा है।”
पीड़िता के परिजनों का आरोप
अंकिता के परिजन अविनाश का आरोप है कि करीब 22 दिन पहले आरोपित ने घर पर पत्थरबाजी की थी। इससे खिड़की के शीशे टूट गये थे। वह लगातार अंकिता को तंग कर रहा था। अंकिता के दो बहनें और एक भाई हैं। पिता मार्केटिंग का काम करते है। अंकिता की मां करीब डेढ़ वर्ष पहले गुजर गई थीं।
लड़की ने दोस्ती करने से कर दिया था इनकार
अविनाश ने आरोप लगाया है कि अंकिता ने इस लड़के से दोस्ती करने से इनकार कर दिया था। अंकिता की सहेली से शाहरुख हुसैन ने उसका मोबाइल नंबर हासिल कर लिया था। वह लगातार उस पर दोस्ती करने का दबाव बना रहा था। उसने दोस्ती न करने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। टाउन थाना पुलिस का कहना है कि आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
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