तेलगु देशम पार्टी (टीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच संबंध मधुर हो रहे हैं। नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस का पुराना घटक दल है टीडीपी जिसने चार वर्ष पहले इससे अलग होने की घोषणा की थी। परंतु, अब भाजपा और टीडीपी के बीच दिल्ली में कई बैठके होने की सूचनाएं हैं, जिससे संबंधों में मधुरता के संकेत मिल रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की थी। इसके पहले और पश्चात भी चंद्रबाबू नायडू की कई भेंट भाजपा नेताओं से हो चुकी हैं। इससे कयास लग रहे हैं कि, टीडीपी शीघ्र ही एनडीए का घटक दल बन सकता है। हालांकि, भाजपा ने इस प्रकार के किसी समझौते से इन्कार किया है। सूत्रों से जो जानकारी प्राप्त हो रही है, उसके अनुसार टीडीपी और भाजपा के बीच आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में समझौता हो सकता है।
टीआरएस को देंगे धक्का
तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के.चंद्रशेखर राव भाजपा के विपक्षी दलों में सक्रिय हो गए हैं। ऐसी परिस्थिति में भाजपा तेलंगाना विधान सभा और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी रणनीति को मजबूत करना चाहती है। टीडीपी की एनडीए में वापसी इसकी परिणति हो सकती है।