कोरोना संक्रमण के चलते चीन ने साढ़े छह करोड़ नागरिकों को सख्त प्रतिबंधों के तहत लॉकडाउन लगा दिया है ताकि आगामी राष्ट्रीय अवकाशों के दौरान घरेलू यात्रा को हतोत्साहित किया जा रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक देश की सात प्रांतीय राजधानियों समेत 33 शहर पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन के दायरे में हैं जिससे यहां रहने वाले साढ़े छह करोड़ लोग प्रभावित हैं। एक पत्रिका के अनुसार 103 शहरों में संक्रमण देखा गया है और यह 2020 में महामारी के शुरुआती दिनों के बाद से सर्वाधिक संख्या है।
शून्य कोविड की नीति का पालन
संक्रमण के अपेक्षाकृत कम मामलों के बावजूद अधिकारी शून्य कोविड की नीति का पालन कर रहे हैं, जिसमें लॉकडाउन, पृथकवास और किसी संक्रमित व्यक्ति के निकट संपर्क में आने पर संदिग्धों को घरों में रखने की बात कही गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार 1.4 अरब की आबादी वाले चीन में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के।,552 नए मरीज सामने आए।
अपने घरों में बंद हैं लोग
दक्षिण पश्चिमी चेंगदू शहर की लगभग 2.1 करोड़ आबादी में अधिकर लोग अपने फ्लैट या रिहाइशी परिसरों में सिमटे हैं, जबकि पूर्वी बंदरगाह शहर तियानजिन में कोविड-19 के 14 मामले सामने आने के बाद अब ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित की जा रही हैं। चेंगदू के क्विंगलाई और शिनजिन जिलों में करीब 10 लाख लोगों को लॉकडाउन के दायरे से बाहर किया गया है। बुधवार को तीन और दौर का व्यापक परीक्षण किया जाएगा। सभी स्कूल बंद हैं और कक्षाओं का संचालन ऑनलाइन हो रहा है।
10-12 सितंबर के बीच महत्वपूर्ण पर्व
चीन में 10-12 सितंबर तक मिड-ऑटम उत्सव है और यह चंद्र नव वर्ष (लूनर न्यू ईयर) के बाद देश का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। वायरस निरोधक उपायों का सामान्य रूप से अर्थव्यवस्था, यात्रा और समाज पर व्यापक असर पड़ा है, लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि ए (प्रतिबंध) वायरस के व्यापक प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक हैं।