राजपथ से कर्तव्य पथ नया नाम इंडिया गेट से राजपथ के दोनों ओर का क्षेत्र सेंट्रल विस्टा कहलाएगा। इसमें नया संसद भवन के साथ ही प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति के अतिरिक्त आवास और कार्यालय होंगे। नए सेंट्रल विस्टा में संसद भवन 64500 वर्ग मीटर में फैला होगा। देश में औपनिवेशिक प्रतीकों को मिटाने की पहल के तहत 8 अगस्त को इतिहास नई करवट लेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजपथ के पुनर्विकसित स्वरूप कर्तव्य पथ का उद्घाटन करेंगे।
राजपथ के पुनर्विकसित स्वरूप कर्तव्य पथ का उद्घाटन करने के साथ ही प्रधानमंत्री इंडिया गेट के पास नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। विजय चौक से लेकर सी हेक्सागन तक बना राजपथ और सेंट्रल विस्टा लॉन अब अतीत की बात हो जाएगी। अब उसे कर्तव्य पथ के नाम से जाना जाएगा। कर्तव्य पथ के नाम की मंजूरी नई दिल्ली नगरपालिका परिषद ने दे दी है।
गुलामी के प्रतीक बन जाएंगे इतिहास
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि राजपथ गुलामी का प्रतीक था और उसे कर्तव्य पथ का नाम देना बदलाव का परिचायक है। कर्तव्य पथ का उद्घाटन और सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लाल किले की प्राचीर से दिए गए पंचप्राण के अनुकूल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि औनिवेशक मानसिकता की हर निशानी को खत्म किया जाएगा।
क्या है सेंट्रल विस्टा?
इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन तक राजपथ के दोनों का क्षेत्र सेंट्रल विस्टा के तहत नया संसद भवन, प्रधानमंत्री और उपराष्ट्रपति का आवास और कार्यालय होगा।
कैसा होगा कर्तव्य पथ?
कर्तव्य पथ बेहतर स्थान और सुविधाओं को प्रदर्शित करेगा, जिसमें पैदल रास्ते के साथ ही हरे भरे स्थान नवीनीकृत मार्गों के पास लगे बेहतर बोर्ड, नई सुविधाओं वाले ब्लॉक और क्रिस्टल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि नए सेंट्रल विस्टा में पैदल यात्रियों के लिए बेहतर पार्किंग स्थल और रात्रि के समय चलने वाली रात्रि में चलने वाले यात्रियों आधुनिक लाइटों से बेहतर अनुभव होगा। इसमें ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, भारी वर्षा के कारण एकत्र जल का प्रबंधन, उपयोग के लिए पानी का पुनर्चक्रण, वर्षा जल संचयन और ऊर्जा कुशल प्रकाश व्यवस्था जैसी अनेक कालीन सुविधाएं शामिल हैं।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण
प्रधानमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की जा रही है, जहां इस साल की शुरुआत में पराक्रम दिवस के अवसर पर नेताजी के नाम प्रतिमा का अनावरण किया गया था। इस प्रतिमा को मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा तैयार किया गया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा 28 फुट ऊंची है और इसे ग्रेनाइट पत्थर से उकेरा गया है और इसका वजन 65 टन है।