इंडिया गेट के समीप छतरी के नीचे 8 सितंबर को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा को स्थापित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस 28 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा का 8 सितंबर की शाम अनावरण करेंगे। यह प्रतिमा काले रंग के ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित है, जिसका वजन 65 मीट्रिक टन है। 28 फुट ऊंची यह प्रतिमा अरुण योगीराज के नेतृत्व में मूर्तिकारों के एक दल द्वारा तैयार की गई है।
मैसूर के रहने वाले अरुण योगीराज ने केदारनाथ में भी 12 फुट ऊंची आदि शंकराचार्य की मूर्ति बनाई थी। अरुण योगीराज बताते हैं कि भव्य प्रतिमा को 280 मीट्रिक टन वजन वाले विशाल ग्रेनाइट पत्थर को काट कर उकेरा गया है। इसे बनाने में दिन रात की मेहनत लगी है। करीब 26000 घंटे के अथक प्रयासों से इस अखंड ग्रेनाइट को तराश कर 65 मीट्रिक टन वजनी इस प्रतिमा को तैयार किया गया है। इस प्रतिमा को पारंपरिक तकनीकों और आधुनिक औजारों का उपयोग करके पूरी तरह हाथों से बनाया गया है।
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अरुण योगीराज ने बताया कि ग्रेनाइट के इस अखंड पत्थर को तेलंगाना के खम्मम जिले से 1665 किलोमीटर दूर नई दिल्ली तक लाने के लिए 100 फुट लंबा 140 पहियों वाला एक ट्रक विशेष तौर पर तैयार किया गया था।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जिस प्रतिमा का अनावरण करने वाले हैं, उसे उसी जगह स्थापित किया जा रहा है, जहां इस साल के प्रारंभ में पराक्रम दिवस (23 जनवरी) के अवसर पर उन्होंने नेताजी की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया था। इस होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण नेताजी की 125वीं जयंती के अवसर पर किया गया था।
अगले तीन दिन तक कर्तव्य पथ पर होगा विशेष ड्रोन शो
नेताजी के जीवन पर 10 मिनट का एक विशेष ड्रोन शो 9, 10 और 11 सितंबर को रात 08.00 बजे इंडिया गेट पर प्रस्तुत किया जाएगा। सांस्कृतिक उत्सव और ड्रोन शो दोनों में जनता के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा।