महाराष्ट्रः औरंगाबाद, उस्मानाबाद ही नहीं बल्कि ‘इन’ जिलों के भी बदल गए नाम

अब औरंगाबाद को संभाजीनगर और उस्मानाबाद को धाराशिव के नाम से जाना जाएगा। कई बार विवादों के बाद नाम बदलने का मामला सुलझ गया।

143

महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने आखिरकार औरंगाबाद और उस्मानाबाद दोनों जिलों के नाम बदलने का फैसला किया है, जिसकी कई सालों से मांग की जाती रही है। अब औरंगाबाद को संभाजीनगर और उस्मानाबाद को धाराशिव के नाम से जाना जाएगा। कई बार विवादों के बाद नाम बदलने का मामला सुलझ गया। लेकिन राज्य के कुछ जिलों के नाम पहले भी बदले जा चुके हैं। जानते हैं, कौन से हैं वो जिले?

कोलाबा को कर दिया गया रायगढ़
महाराष्ट्र संघ के गठन से पहले, बॉम्बे और गुजरात मिलाकर द्विभाषी राज्य था। उस समय, वर्तमान रायगढ़ जिला, जो कोंकण प्रशासनिक प्रभाग में था, कोलाबा कहा जाता था। लेकिन 1 जनवरी 1981 को महाराष्ट्र के गठन के बाद कोलाबा जिले का नाम बदलकर रायगढ़ कर दिया गया। उसी वर्ष, 1 मई 1981 को, कोंकण के रत्नागिरी जिले को विभाजित कर दूसरे भाग को सिंधुदुर्ग कर दिया गया। औरंगाबाद जिले के विभाजन के बाद नया जिला जालना का गठन किया गया।

चंदा से बांदा
महाराष्ट्र को पूर्व से पश्चिम तक चंदा से बांदा के नाम से जाना जाता है। चंदा पूर्व में विदर्भ के वर्तमान गढ़चिरौली और चंद्रपुर दोनों जिलों से मिलकर एक एक जिला था। लेकिन 26 अगस्त 1982 को, जिले को विभाजित किया गया और एक नए जिले का गठन किया गया गढ़चिरौली, जबकि चंदा का नाम बदलकर चंद्रपुर कर दिया गया।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.