जनता दल (यूनाइटेड) पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनकी तरफ से 12 सिंतबर इस्तीफे का पत्र जारी किया गया है। पत्र में उन्होंने अपने इस्तीफे के पीछे निजी कारण बताया है। हालांकि पार्टी अध्यक्ष की ओर से उनके इस्तीफे को स्वीकार किया गया है या नहीं इसकी जानकारी नहीं है।
निखिल मंडल की ओर से जारी इस्तीफे के पत्र में कहा गया है कि निजी कारण से मैं जदयू प्रदेश प्रवक्ता पद से इस्तीफा देता हूं। आप सभी का धन्यवाद जो 31 जनवरी 2016 से लगातार मुझे इस पद के लायक समझा। कृपया मेरे इस्तीफा को मंजूर करें।
निखिल मंडल के लोस का अगला चुनाव मधेपुरा से लड़ने की चर्चा
निखिल मंडल लोकसभा का अगला चुनाव मधेपुरा से लड़ना चाहते हैं। हालांकि उन्होंने अब तक इस बाबत कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन वह लगातार क्षेत्र में सक्रिय हैं। निखिल मंडल ने अपने इस्तीफे की घोषणा के कुछ देर पहले ही सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए मधेपुरा में ज्यादा वक्त गुजारने की बात कही थी। निखिल मंडल पिछले कुछ वक्त से मधेपुरा में ही ज्यादा समय दे रहे हैं।
छह साल रहे जदयू के प्रदेश प्रवक्ता
उल्लेखनीय है कि निखिल मंडल 31 जनवरी 2016 से ही पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता थे और इस पद पर रहते हुए उन्होंने लगातार नीतीश कुमार की नीतियों को और पार्टी लाइन को मीडिया के बीच रखा। उनके चुनावी जीवन की बात करे तो निखिल मंडल ने विधानसभा का पिछला चुनाव जदयू के टिकट पर मधेपुरा से ही लड़ा था, लेकिन उन्हें राजद के प्रोफेसर चंद्रशेखर के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। बिहार में सियासी समीकरण बदलने के बाद जदयू, राजद के साथ सरकार में है और निखिल मंडल को शिकस्त देने वाले चंद्रशेखर अब बिहार के शिक्षा मंत्री हैं।
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पार्टी से नाराज चलने की है चर्चा
प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल के पार्टी से इस्तीफा देने के कारणों पर कई चर्चा भी है। बताया जा रह है कि जदयू और राजद के बीच गठबंधन के बाद निखिल मंडल पिछले कुछ अर्से से असहज महसूस कर रहे थे। निखिल मंडल तेजस्वी यादव और लालू परिवार के ऊपर बेहद हमलावर रहे हैं, लेकिन अब लालू परिवार को डिफेंड करना उनके लिए असहज हो रहा था। ऐसे में उन्होंने जदयू के प्रवक्ता पद से दूरी बनाने का फैसला किया है।