मुस्लिम धर्मगुरुओं तथा कांग्रेस नेताओं में घमासान, यहां से शुरू हुआ विवाद

शादाब के इस बयान पर तमाम मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सवाल उठाते हुए कहा है कि पिरान कलियर दरगाह में इस तरह की गंदगी, जिसका वह जिक्र कर रहे हैं, कहने भर से कुछ नहीं होता।

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उत्तराखंड के वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का पिरान कलियर पर दिया बयान पर विवाद बढ़ गया है। कांग्रेस इसे लेकर काफी हमलावर है। इस बयान को लेकर जहां मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भारी आपत्ति जताई है वहीं राजनीतिक दलों और मुस्लिमों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए उनसे माफी मांगने की बात कही है।

शादाब शम्स द्वारा पिरान कलियर के देह व्यापार और ड्रग्स तथा मानव तस्करी का अड्डा बनने की बात कही गई थी। उन्होंने कहा था कि वह एक भी गलत काम करने वालों को पिरान कलियर में नहीं रहने देंगे। उन्होंने कहा था पिरान कलियर मानव तस्करी और नशा तस्करी का अड्डा बन चुका है। क्षेत्र में तमाम तरह के गलत काम हो रहे हैं जिन्हें कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस गंदगी को साफ करने के लिए अभियान चलाएंगे।

पिरान कलियर एक विश्व प्रसिद्ध दरगाह है जहां देश विदेश तक से लोग जियारत के लिए आते हैं ऐसे में शम्स द्वारा दिए गए इस बयान को लेकर सियासी हलकों में हंगामा मच गया है। कांग्रेस नेता सरवत करीम ने शम्स के बयान पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा है कि एक पवित्र धार्मिक स्थल को बदनाम करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। उनके बयान से क्षेत्र की और मुस्लिम समाज की छवि को भारी झटका लगा है।

कांग्रेसी नेता गरिमा दसौनी ने उनके इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि शादाब शम्स जिस पिरान कलियर में गंदगी की बात कर रहे हैं वह गंदगी पिरान कलियर में नहीं शादाब और भाजपा नेताओं के दिमाग में है। जो समय-समय पर उनके इस तरह के बयानों से सामने आती रहती है। उनका कहना है कि इस तरह का बयान देकर उन्होंने कलियर शरीफ का अपमान ही नहीं किया है देवभूमि का भी अपमान किया है। जिसके लिए उन्हें क्षमा मांगनी चाहिए।

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शादाब के इस बयान पर तमाम मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी सवाल उठाते हुए कहा है कि पिरान कलियर दरगाह में इस तरह की गंदगी, जिसका वह जिक्र कर रहे हैं, कहने भर से कुछ नहीं होता। उनका कहना है कि पिरान कलियर दरगाह या पिरान कलियर क्षेत्र को इस तरह बदनाम करने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है। कुछ मुस्लिम संगठनों ने तो उनके इस बयान को लेकर माफी मांगने व आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। हालांकि विरोध के मद्देनजर शादाब अब अपनी सफाई में दरगाह के बारे में कुछ नहीं कहने व क्षेत्र मेंं अपराधों पर बयान देने की बात कह रहे हैं।

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