अजमेर जिले की मार्बल नगरी किशनगढ़ में अक्टूबर 2018 में फ्लाइट संचालन शुरू करने के बाद अब चार साल में ही एयरपोर्ट बंद होने के कगार पर पहुंच गया है। किशनगढ़ एयरपोर्ट पर दिल्ली-मुंबई के लिए अच्छा यात्रीभार होने के बावजूद स्पाइसजेट ने वायबिलिटी गैप फंड (वीजीएफ) का भुगतान नहीं होने का तर्क देकर अपनी उड़ानें बंद कर दी हैं।
किशनगढ़ एयरपोर्ट पर अब तक दो एयरलाइन सेवा दे रही थीं। स्पाइसजेट एयरलाइन की रोजाना तीन फ्लाइट चल रही थीं, जबकि स्टार एयर की रोजाना औसतन एक फ्लाइट चल रही थी। 31 अगस्त के बाद स्पाइसजेट की सभी फ्लाइट बंद हो चुकी हैं। हालांकि, स्टार एयर की फ्लाइट अभी भी संचालित हो रही है, लेकिन यह रोजाना नहीं हो पा रही है। स्टार एयर की फ्लाइट सप्ताह में अब औसतन दो दिन इंदौर और दो दिन सूरत के लिए संचालित हो रही है।
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पहले संचालित हो रही थी पांच फ्लाइट, अब एक पर भी असमंजस
प्रदेश का सबसे तेजी से उभरते नए किशनगढ़ एयरपोर्ट पर पिछले वर्ष सर्दियों में जहां रोजाना पांच से छह फ्लाइट चल रही थी, लेकिन अब रोजाना एक फ्लाइट के संचालन को लेकर भी असमंजस है। उड़ान योजना के संचालन में तकनीकी कारणों के चलते स्पाइसजेट एयरलाइन फ्लाइट संचालन बंद कर चुकी है। फ्लाइट नहीं चलने से अब यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए जयपुर एयरपोर्ट तक की यात्रा करनी पड़ रही है।
यात्री मिलने के बावजूद उड़ान रद्द
स्पाइसजेट एयरलाइन को दिल्ली और मुंबई रूट पर अच्छा यात्रीभार मिल रहा था। इसके बावजूद तीनों उड़ान बंद कर दी गई हैं। उड़ानें बंद होने का प्रमुख कारण वायबिलिटी गैप फंड (वीजीएफ) का भुगतान नहीं होना बताया जा रहा है। सरकार वीजीएफ उसी स्थिति में देती है, जब यात्री से कम से कम नुकसान हो रहा हो। किशनगढ़ एयरपोर्ट पर रनवे के दो हिस्से (05-23) हैं। 23 के दोनों तरफ ऊंची पहाड़ी हैं। पहाड़ियों से होकर 150 मीटर का कटाव करने से इसका विस्तार हो सकेगा। रनवे 05 की तरफ प्रसार भारती का टॉवर निर्धारित ऊंचाई से 71 मीटर ज्यादा है। यहां अभी केवल 90 सीट क्षमता तक के क्यू-400 विमान ही उतर पाते हैं।
बताया ये कारण
किशनगढ़ एयरपोर्ट के निदेशक बीएस मीणा का कहना हैं कि किशनगढ़ एयरपोर्ट पर यात्रीभार अच्छा है, लेकिन एयरलाइंस ने तकनीकी कारण बताकर फ्लाइट बंद कर दिए हैं। अब राज्य सरकार से बात कर रन-वे का विस्तार करने की योजना पर काम कर रहे हैं।