बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने 13 सितंबर की देर शाम बेगूसराय में हुए गोलीबारी को लेकर बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया है। 14 सितंबर को घायलों से मिलने बेगूसराय आए विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बेगूसराय की घटना आतंकवाद का नया उभरा हुआ स्वरूप है।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पूरे बिहार में गुंडागर्दी फैलायी जा रही है। नीतीश कुमार बिहार को उसी राज में लौटाना चाहते हैं, जहां डर से कोई बोलता नहीं था। राह चलते अपहरण हो जाती थी, हत्या कर देता था। अभी लखीसराय में सामूहिक बलात्कार और डकैती हुआ। मुंगेर में रेलकर्मी को घर से निकाल कर दिन-दहाड़े गोली मार दी गई। पेट्रोलिंग दिन में भी करने का दावा किया जाता है, लेकिन बेगूसराय में अपराधी सरेआम गोली चलाते हुए कई थाना से गुजर गए, कहां थी नीतीश कुमार की पुलिस?
अनकंट्रोल्ड है लॉ एंड ऑर्डर
भाजपा नेता विजय सिन्हा ने कहा कि दिखावा के लिए रोड पर मोटरसाइकिल चेकिंग होती है, पैसा वसूला जाता है, पटना बाईपास में पुलिस जिप्सी हमेशा लगी रहती है, लेकिन बालू और दारू का पैसा वसूलने के लिए। बिहार में लॉ एंड ऑर्डर कंट्रोल नहीं हो रहा है। डीजीपी फोन नहीं उठाता है। सेवानिवृत्त अधिकारियों को टॉप पर बैठा कर अच्छे पदाधिकारी को साइट करते हुए मनोनुकूल पदाधिकारी की पोस्टिंग की जाती है, थाना का डाक होता है तो कानून व्यवस्था कैसे सुधरेगा।
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जनता नहीं, गुंडा राज
विजय सिन्हा ने कहा कि जंगलराज को हटाने के लिए भाजपा ने ताकत लगाया। सत्ता के पद से हटाकर जेल भिजवाया। नीतीश कुमार को यह आभास नहीं है, क्योंकि इन्होंने कभी संघर्ष नहीं किया, जंगलराज का ताप नहीं सहा, शहादत-बलिदान में भागीदारी नहीं दी। हमने चाणक्य बनकर अराजकता के खिलाफ कुर्सी कुमार को चंद्रगुप्त के रूप में बैठाया। लेकिन आज वहां बैठकर जंगलराज को जनता का राज कह रहे हैं, यह जनता का राज नहीं गुंडाराज है।
बिहार तो संभलता नहीं, देश संभालने चले हैं
विजय सिन्हा ने कहा कि महत्वाकांक्षा के लिए नीतीश कुमार ने बिहार को गुंडा के हवाले कर दिया है। बिहार संभल नहीं रहा है और देश संभालने चलने हैं, आज पूरा देश देख रहा है कि बिहार के अंदर कैसा दहशत का माहौल है। भ्रष्टाचार चरम पर है, नीतीश कुमार के मंत्री कहते हैं कि हम चोरों के सरदार हैं। मृतक के परिजन को एक करोड़ मुआवजा मिले, भ्रष्ट पदाधिकारी को हटाएं। कानून व्यवस्था पर नीतीश कुमार के द्वारा बैठक करते ही अपराध बढ़ जाता है। नीतीश कुमार समय रहते सुधर जाएं, सामाजिक समरसता मत बिगाड़ें।