भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने 15 सितंबर को तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बनर्जी को यह बताना चाहिए कि क्या वह बंदूक लेकर चलते हैं।
13 सितंबर को भारतीय जनता पार्टी के सचिवालय अभियान के दौरान कोलकाता पुलिस के एसीपी रैंक के एक अधिकारी के साथ प्रदर्शनकारियों ने मारपीट की थी। घायल अधिकारी को देखने के लिए 14 सितंबर की शाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी एसएसकेएम अस्पताल गए थे। वहां उन्होंने कहा था कि अगर ऑफिसर की जगह मैं होता तो भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर के बीचो-बीच गोली मारता।
चाय से अधिक गर्म केटलीः दिलीप घोष
13 सितंबर को न्यू टाउन के इको पार्क में मॉर्निंग वॉक करने पहुंचे दिलीप घोष से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभिषेक को यह बताना चाहिए कि वह बंदूक लेकर घूमते हैं क्या? चाय से अधिक गर्म केटली होती है। वह गोली मारने की बात किस तरह से कर रहे हैं। कोलकाता पुलिस वही पुलिस है, जो भवानीपुर में तृणमूल के गुंडों के हमले से बचने के लिए टेबल के नीचे और अलमारी के पीछे छिप जाती है।
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करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार
उन्होंने कहा कि नागरिकता अधिनियम के खिलाफ जब ममता की दुलारी लूंगी वाहिनी सड़क पर तांडव, आगजनी, तोड़फोड़ करती है तब पुलिस कहीं नजर नहीं आती। करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार पुलिस के नाक के नीचे होता रहा, पता चला? अभिषेक बनर्जी को यह समझना चाहिए कि वह जो मीडिया में और सोशल मीडिया में छाने के लिए डायलॉग मारते हैं वह कालीघाट तक सीमित रखें, बाहर न आएं। गोली मारने की हिम्मत है?
जांच की मांग
पुलिस की गाड़ी में आगजनी मामले में भाजपा कार्यकर्ता के शामिल होने संबंधी सवाल के जवाब में दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस जांच करे, अगर भाजपा कार्यकर्ता उसमें शामिल हैं तो यह उजागर करें। इसके पहले कोलकाता में सैकड़ों करोड़ की संपत्ति दंगाइयों ने जलाई है लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में कार्रवाई होती है तो देखा जाएगा।